महिला ने थाने आकर बदमाश शबाना के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।
रायपुर। शहर में सूदखोरों की गुंडागर्दी के पहले भी कई मामले आ चुके हैं। इस बार मामला लेडी डॉन का है। शहर के टिकरापारा थाना इलाके में शबाना नाम की महिला कुछ अवैध धंधों में संलिप्त है। अब इसने इसी इलाके की एक महिला को बुरी तरह से पीटा, अपने गुंडों से भी पिटवाया। शबाना से खुद को बचाकर ये महिला जैसे-तैसे थाने पहुंची और मदद की गुहार लगाई है।
पूरा कांड शहर के मठपुरैना स्थित ईमाम नगर में हुआ। यहां अपने परिवार के साथ 45 साल की रेखा हेडाऊ रहती है। शबाना इस इलाके में ब्याज पर रकम देने का काम करती है। कई लोगों से ब्याज वसूली के नाम पर ये उधार दी गई रकम का करीब-करीब दोगुना वसूलती है। रेखा को भी धमकाकर शबाना यही कर रही थी। रेखा ने बताया कि उसने शबाना से 50 हजार रुपए लिए थे और ब्याज सहित 80 हजार रुपए लौटा भी चुकी है।
इसके बाद भी शबाना का लालच खत्म नहीं हुआ। शुक्रवार की सुबह करीब साढ़े 6 बजे शबाना अपने गुर्गों जितेंद्र, ऋतु, चांदनी को लेकर रेखा के घर में घुस गई। महिला ने बताया कि इनके हाथों में डंडे, रॉड और धारदार हथियार थे। शबाना और रुपए मांगने लगी। रेखा ने इनकार किया तो उसे पीटना शुरू कर दिया। लात घूंसे चलाए, उसके बाल पकड़कर घसीटते हुए सड़क पर ले आए।
महिला ने अपनी शिकायत में आगे बताया कि शबाना ने मुहल्ले वालों के सामने उसे कहा- पैसा और नहीं दोगी तो यही हाल करेंगे, पीटते हुए रेखा को जान से मारने की धमकी दी गई। पिटाई की वजह से रेखा के दोनों हाथ, दोनों पैर, पीठ, चेहरे और सिर पर चोट लगी है । कुछ देर बाद रेखा भागकर थाने पहुंची और पुलिस से कहा- उनकी इस हरकत से मेरा परिवार बुरी तरह से डर गया है मुझे अपनी जान का खतरा है । शबाना मुझे मार डालेगी, अब पुलिस ने महिला की शिकायत मिलने पर रेखा और उसके साथियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। शबाना के एक साथी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। फिलहाल शबाना फरार है।
बिलासपुर में इंजीनियर ने की थी खुदकुशी
बिलासपुर में इंजीनियर ऋषभ ने सूदखूरों से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी। खुदकुशी से पहले इंजीनियर ऋषभ ने SP के नाम छह पन्ने का सुसाइड नोट लिखा था, जिसे पुलिस ने जब्त किया है। उन्होंने लिखा है कि,जितेंद्र मिश्रा से चार लाख रुपए उधार लिए थे। इसके एवज में जितेंद्र हर सप्ताह 40 हजार रुपए ब्याज वसूलता था। इसके अलावा ऋषभ ने कांग्रेस नेता और वार्ड नंबर एक के पार्षद अमित भारते से भी अलग-अलग किश्तों में चार लाख रुपए उधार लिए थे। पार्षद ने उससे तीन लाख रुपए प्रतिमाह 10 प्रतिशत ब्याज में दिया था। इसी तरह एक लाख का हर दिन 10 प्रतिशत ब्याज वसूलता था।सूदखोरी करने वाले नेताओं ने उनसे चार गुना ब्याज वसूल लिया और उनकी कार को भी बिक्रीनामा लिखवाकर हड़प लिया। शिकायत के बाद भी राजनीतिक दखल के चलते उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे मजबूर होकर इंजीनियर को सुसाइड करना पड़ा था।
दो साल पहले दंपति ने दी थी जान
राजधानी रायपुर में भी दो साल पहले सूदखोरी के जाल में फंसकर एक दंपति ने जान दे दी थी। परिवार ने 80 हजार रुपए का कर्ज लिया था। एक साल में चार गुना रुपए लौटा भी दिए, फिर भी सूदखोर अपने रुपए मांग रहे थे। इस मामले में करीब डेढ़ साल बाद 4 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।