सोल I दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में शनिवार को एक लोकप्रिय नाइट स्पॉट (हैलोवीन) पर भारी भीड़ जुटने के बाद भगदड़ मच गई, जिसमें फंसने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 151 हो गई है। वहीं, 150 अन्य की स्थिति नाजुक बताई जा रही है। अधिकारियों के हवाले से योनहाप समाचार एजेंसी ने यह जानकारी दी है।
राष्ट्रपति यून सुक-येओल ने सियोल के इटावन जिले में घातक भगदड़ को लेकर एक आपातकालीन बैठक की अध्यक्षता की। यून सुक-येओल ने इस मामले में योंगसान गू जिले की आपदा प्रबंधन टीम को मदद के लिए भेजने का निर्देश दिया है। दमकल विभाग के मुताबिक, हैलोवीन के दौरान हुई इस घटना के बाद भगदड़ मच गई। कम से कम लोगों ने सांस उखड़ने की भी शिकायत की है।
बताया गया है कि हैलोवीन मनाने आए लोग एक संकरी सड़क पर जमा थे। अचानक ही वहां भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई, जिसमें 151 की मौत हो गई और 150 लोग घायल हो गए। राष्ट्रीय अग्निशमन एजेंसी के एक अधिकारी चोई चेओन सिक ने कहा कि इटावन लीजर जिले में कितने लोगों को दिल का दौरा पड़ा उनकी संख्या अभी साफ नहीं है। हालांकि, ऐसे दर्जनों लोग हैं।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इटावन की सड़कों पर दर्जनों लोगों को सीपीआर दिया जा रहा है जबकि कई अन्य को नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल ने पीड़ितों को तुरंत इलाज मुहैया कराने और उत्सव स्थलों की सुरक्षा की समीक्षा करने को कहा।
चार मीटर की गली में मौजूद थे एक लाख लोग
दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में भगदड़ की वजह से अब तक 151 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। सियोल के नाइटलाइफ इलाके की संकरी गलियों से लगातार लोगों के शव निकाले जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि मरने वाले अधिकतर लोग की उम्र 20 साल के आसपास थी। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों ने इस हादसे में ड्रग्स का इस्तेमाल होने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया। दुनियाभर के देश इस हादसे पर दुख जाहिर कर रहे हैं। वहीं, दक्षिण कोरिया में राष्ट्रीय शोक घोषित कर दिया गया है। इस बीच सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए हैं, जिनसे दिल दहलाने वाले खुलासे हुए हैं। इस रिपोर्ट में महज 10 पॉइंट्स में जानते हैं कि आखिर यह हादसा कैसे हुआ?
1. हैमिल्टन होटल के पास इटावोन की संकरी गली में हजारों लोग मौजूद थे। कोरोना प्रतिबंध हटने के बाद सियोल में पहला हैलोवीन इवेंट आयोजित किया गया था।
2. दक्षिण कोरियन मीडिया के मुताबिक, इमरजेंसी की पहली सूचना रात करीब 10:22 बजे मिली थी। इसके बाद बचाव कार्य शुरू किया गया, लेकिन भीड़ की वजह से मेडिकल टीम को पहुंचने में वक्त लगा।
3. बताया जा रहा है कि महज चार मीटर के दायरे में करीब एक लाख लोग मौजूद थे। वहीं, इटाओन सबवे स्टेशन और होटल से भारी भीड़ मौके पर पहुंच रही थी।
4. कोरियन मीडिया के मुताबिक, नाइट स्पॉट वाली संकरी गली में मौजूद किसी प्रतिष्ठान में एक सेलिब्रिटी नजर आया था, जिसके बाद भीड़ काफी ज्यादा बढ़ गई।
5. रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि जिस गली में भगदड़ मची, वह महज चार मीटर चौड़ी थी। यह जगह इतनी कम है कि इसमें एक सेडान कार भी नहीं आ सकती।
6. भगदड़ के दौरान लोगों ने एक-दूसरे को धक्का देना शुरू कर दिया। इसकी वजह से लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे।
7. भगदड़ मचते ही लोगों की हालत बिगड़ने लगी। इस दौरान काफी लोगों ने दम घुटने और कार्डियक अरेस्ट की दिक्कत होने के संकेत दिए।
8. भीड़ की वजह से एंबुलेंस पीड़ितों के पास नहीं पहुंच सकी। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने कारों की छत पर खड़े होकर भीड़ को रास्ता छोड़ने के निर्देश दिए, जिससे एंबुलेंस के लिए रास्ता बन सके।
9. भगदड़ मचने के बाद भी काफी लोग मौज-मस्ती करते नजर आए। उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान रास्ते में रुकावट भी डाली।
10. भीड़ और संकरी गली की वजह से जब एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंच सकी तो मेडिकल टीम ने मौके पर ही पीड़ितों को सीपीआर दिया।