Government Action: देसी पैकिंग में विदेशी समान पर सरकार हुई सख्त, कई ई-कामर्स कंपनियों पर कार्रवाई

नई दिल्ली। बरेली में चीन का झुमका? और आगरा में लाहौर का लहंगा? सुनकर आपको आश्चर्य भले हो रहा हो, लेकिन इसी तर्ज पर विदेशी माल घरेलू बाजारों में देसी पैकिंग के साथ पहुंच रहे हैं। इस तरह की शिकायतों पर सरकार सख्त हुई है। गलत सूचनाओं के आधार पर उपभोक्ताओं के साथ हो रही ठगी को लेकर सरकार ने कई ई-प्लेटफार्म पर कारोबार करने वाली ई-कामर्स कंपनियों को नोटिस देकर कार्रवाई शुरू कर दी है। लगभग 500 शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। जबकि ऐसे कारोबार करने वाली कंपनियों के खिलाफ एक करोड़ रुपए से अधिक का जुर्माना भी ठोका गया है। कई कंपनियों के उत्पाद जब्त भी किए गए हैं।

25 अक्टूबर तक 481 शिकायत दर्ज

केंद्रीय उपभोक्ता मामले मंत्रालय के अधिकृत आंकड़ों के मुताबिक 25 अक्टूबर 2022 तक कुल 481 ऐसी शिकायतों के मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें 367 मामले अकेले कंट्री आफ ओरिजिन के हैं। इन वस्तुओं का उत्पादन जिन देशों में किया गया है, उसका जिक्र किए गए बगैर उन्हें देश में बेचा गया है। ऐसी वस्तुओं की देश में पहुंच गैर कानूनी तरीके से हो रही है। इन उत्पादों पर मैन्युफैक्चरर्स और इंपोर्टर्स का ब्यौरा नहीं दिया गया है। इनमें घटिया उत्पाद, बिना अधिकतम खुदरा मूल्य का जिक्र नहीं है। कुछ उत्पादों पर मूल्य की अलग पर्ची चिपकाई जा रही है।

कई ई-कंपनियों पर सरकार की कार्रवाई

मंत्रालय की अपर सचिव निधि खरे ने बताया, ‘ज्यादातर उत्पाद इलेक्ट्रानिक्स, अपैरल, क्लोदिंग, होम प्रोडक्ट्स, कास्मेटिक्स व सौंदर्य प्रसाधनों से जुड़े हैं। इस तरह की विदेशी उत्पादों के घरेलू बाजार में अवैध तरीके से आने के रास्ते का पता किया जा रहा है। इसकी सूचना कस्टम विभाग को समय-समय पर दी जाती है। लेकिन जिन ई-कामर्स कंपनियों की इसमें संलिप्तता है, उन्हें कानून के दायरे में लिया जा रहा है। घरेलू उपभोक्ता हितों की अनदेखी नहीं की जा सकती। ऐसे तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।’

कई कंपनियों को भेजा गया नोटिस

बता दें कि उपभोक्ता संरक्षण कानून (CPA) के तहत घरेलू बाजार में प्रत्येक उत्पाद पर उसका निर्माण करने वाली कंपनी का पूरा ब्यौरा देना जरूरी है। प्रत्येक विदेशी उत्पाद की पैकिंग पर उस देश का नाम देना अनिवार्य है। जिन प्रमुख कंपनियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है, उनमें फैशनियर टेक्नोलाजी, रिलायंस रिटेल, फ्लिपकार्ट इंटरनेट प्राइवेट लिमिटेड, अपैरियो रिटेल, कंसल्टिंग रुम्स, श्रेयश रिटेल, शापर्स स्टाप, हेल्थ एंड हैप्पीनेस और टाटा यूनिस्टोर्स प्रमुख हैं।