बिलासपुरः दशगात्र से लौट रहे पिता-पुत्र को ट्रेलर ने रौंदा, बाइक सवार 1 की मौत, 2 घायल, डेंजर पॉइंट पर हो चुके हैं 7 हादसे 

हादसे के बाद नाराज लोगों ने चक्काजाम कर दिया। - Dainik Bhaskar

हादसे के बाद नाराज लोगों ने चक्काजाम कर दिया।

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में सड़कों की बदहाली वाली जनहित याचिका पर बुधवार को नेशनल हाईवे की तकनीकी खामियों पर सुनवाई चल रही थी, जिस सड़क की गड़बड़ियों को लेकर न्यायमित्रों ने रिपोर्ट प्रस्तुत किया है। उसी जगह पर बुधवार को फिर से एक हादसा हो गया। तेज रफ्तार ट्रेलर ने यहां बाइक सवार तीन लोगों को टक्कर मार दी, जिससे पिता की मौत हो गई। वहीं बेटा और रिश्तेदार गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हादसे से गुस्साए ग्रामीणों ने यहां चक्काजाम भी कर दिया। पूरा मामला कोनी थाना क्षेत्र के सेंदरी नेशनल हाईवे का है।

जानकारी के अनुसार तखतपुर क्षेत्र के घुटेली निवासी रामकिशुन साहू (60) किसान थे। बुधवार की सुबह वे सीपत क्षेत्र के सेलर में रहने वाले रिश्तेदार के घर दशगात्र कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए थे। सेलर से वे अपने रिश्तेदार के यहां सेंदरी जाने के लिए निकल गए। उनके साथ उनका बेटा भास्कर साहू और रिश्तेदार मेलऊराम साहू भी बाइक में सवार थे। तीनों दोपहर में सेंदरी से गांव जाने के लिए निकले थे। सेंदरी के को-ऑपरेटिव सोसायटी के पास तेज रफ्तार ट्रेलर ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी।

हाईकोर्ट में नेशनल हाईवे की तकनीकी खामियों पर चल रही थी सुनवाई।

हाईकोर्ट में नेशनल हाईवे की तकनीकी खामियों पर चल रही थी सुनवाई।

पिता की मौत, बेटा और रिश्तेदार गंभीर
इस हादसे में बाइक सवार रामकिशुन साहू को गंभीर चोट आई। वहीं, बाइक चला रहे बेटे भास्कर और रिश्तेदार मेलऊराम साहू भी गंभीर रूप से घायल हो गए। सिर पर चोट लगने के कारण रामकिशुन की मौके पर ही मौत हो गई।

नाराज ग्रामीणों ने किया चक्काजाम, बोले आए दिन हो रहे हादसे
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। नाराज ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया और नेशनल हाईवे में आने-जाने वाले गाड़ियों को रोक दिया। देखते ही देखते बिलासपुर रतनपुर रोड में दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। इसकी सूचना पुलिस को मिली, तब पुलिस ने ग्रामीणों को समझाइश दी। नाराज ग्रामीण यहां अंडरब्रिज बनाने की मांग करते रहे। उनका कहना था कि आए दिन यहां हादसे होते हैं। फिर भी प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। पुलिस अफसरों ने ग्रामीणों को समझाइश देते हुए शांत कराया। साथ ही अंडरब्रिज बनवाने के लिए अफसरों से बात करने की बात कही, तब जाकर ग्रामीण शांत हुए।

हाईकोर्ट में इसी जगह पर NHAI की तकनीकी खामियों पर चल रही थी सुनवाई
बुधवार को जब यह हादसा हुआ, उसी समय हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अरूप कुमार गोस्वामी और जस्टिस संजय एस अग्रवाल की डिवीजन बेंच में NHAI की ओर से बनाए गए इसी रोड के निर्माण में तकनीकी खामियों को लेकर बहस चल रही थी। सुनवाई के दौरान न्यायमित्रों ने बताया कि उन्होंने सेंदरी में बने नेशनल हाईवे का 15 अक्टूबर को निरीक्षण किया था। तब ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि यहां आए दिन हादसे होते रहते हैं। एक्सीडेंट में घायल होने के बाद भी ग्रामीण केस दर्ज नहीं कराते। केस की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी को रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है और मामले को 17 नवंबर को लगाने के लिए कहा है।

न्यायमित्रों ने बताया डेंजर पॉइंट और गिनाए आंकड़े
इस दौरान न्यायमित्र राजीव श्रीवास्तव, प्रतीक शर्मा और सालसा के वकील आशुतोष कुछवाहा ने बताया कि कोनी थाने से सूचना के अधिकार कानून के तहत जानकारी ली गई है, इसमें एक ही जगह सेंदरी चौक में एक्सीडेंट के सात केस दर्ज हुए हैं, जिसमें 3 लोगों की मौतें भी हुई है। न्यायमित्रों की ओर से कहा गया की उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत भी की है, जिसमें उन्होंने आए दिन दुर्घटनाएं होने की जानकारी दी है। इसलिए यहां अंडरपास का निर्माण करने की आवश्यकता बताई।