यहां विधवाएं करती हैं करवाचौथ – फोटो : Social Media
झुंझुनू। पूरे देश में आज करवाचौथ का त्योहार धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं। फिर सोलह श्रृंगार कर रात को चांद को देखकर पति की लंबी आयु और सुख समृद्धि की कामना करती है। आमतौर पर करवाचौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं ही रखती हैं लेकिन राजस्थान में एक ऐसा जिला है, जहां विधवा करवा चौथ का व्रत रखती हैं और पति की लंबी उम्र की कामना करती है।
राजस्थान में करवाचौथ मनाने की एक अलग परंपरा है। यहां देश के लिए अपनी जान दे देने वाले सैनिकों की वीरांगनाएं भी धूमधाम से करवाचौथ का त्योहार मनाती हैं। उनका कहना है कि भले ही हम समाज की नजर में विधवा हैं लेकिन हमारे पति ने देश के लिए शहादत दी है। उनकी शहादत की वजह से ही देश की महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवाचौथ का व्रत रखती हैं।
राजस्थान के झुंझुनू जिले को सैनिकों का जिला कहा जाता है। यहां हर घर में सैनिक हैं और हर घर के बेटे, पति और भाई ने देश की रक्षा में अपने प्राण न्योछावर किए हैं। शहीदों की इन वीरांगनाओं ने देश के लिए अपने पति को खो दिया हो लेकिन ये वीरांगनाएं आज भी अपने आप को सुहागिन मानती हैं। शहीद की इन विधवाओं का कहना है कि उनके पति ने देश के लिए कुर्बानी दी है और शहीद अमर होते है। यही वजह है कि शहीद हो चुके सैनिक की पत्नियां अपने अजर अमर सुहाग के लिए हर साल करवा चौथ का व्रत रखती हैं।
ऐसे करती है पति के लिए पूजा
ये महिलाएं पूरा दिन भूखे-प्यासे अपने पति की याद में व्रत रखकर करवा चौथ की कहानी सुनती हैं। रात को वीरांगनाएं हाथों में पूजा की थाली और सामने पति की फोटो लगाकर दिए से आरती करती हैं। फिर अपने पति की तस्वीर को निहारती हैं और कहती हैं कि मेरे पति अमर हैं। वीरांगनाओं का अपने पति के लिए पवित्र प्रेम देखकर हर कोई भावुक हो उठता है।