अंबिकापुर। सरगुजा जिले के भट्टी रोड इलाके में बच्चा चोरी के शक में एक महिला को लोगों ने पकड़ लिया। महिला दो बच्चों को बहलाने-फुसलाने की कोशिश कर रही थी। जब वो एक बच्ची को अपने साथ ले जाने लगी, तो वह घबराकर रोने लगी। इधर आसपास के लोगों ने जब ये देखा, तो उसे पकड़ लिया। लोगों के विरोध करने पर वो बीच सड़क पर अश्लील हरकत करने लगी और अपनी साड़ी को उतारने लगी। अर्धनग्न महिला को लोगों ने रोका और कोतवाली थाना पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची कोतवाली थाना पुलिस उसे पकड़कर साथ ले गई। ये पूरी घटना CCTV कैमरे में कैद हो गई है। सीसीटीवी फुटेज में महिला को बच्चियों को बरगलाते, अपने साथ ले जाते और लोगों के विरोध पर अपने कपड़े को ऊपर उठाते साफ देखा जा सकता है। पूछताछ में दोनों बच्चों ने बताया कि वो महिला उन्हें टॉफी-बिस्किट का लालच दे रही थी और अपने साथ चलने को कह रही थी। इधर ASP विवेक शुक्ला ने कहा कि आरोपी महिला का नाम प्रमिला सिंह (36 वर्ष है)। वो अपने पति का नाम प्रदीप सिंह बता रही है।
बच्चों को अपने साथ ले जाती हुई महिला।
महिला ने पूछताछ में अपना मायका जशपुर और ससुराल लुंड्रा सरगुजा बता रही है। एएसपी विवेक शुक्ला ने कहा कि फिलहाल आरोपी महिला प्रमिला से पूछताछ की जा रही है। वो कहीं मानसिक रूप से बीमार तो नहीं है, ये भी जांच चल रही है। साथ ही उसके परिवार में कौन-कौन है, वो बच्चा चोरी के किसी गैंग से ताल्लुक रखती है या नहीं या उसका पहले से कोई आपराधिक रिकॉर्ड रहा है या नहीं, ये भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि उसके बच्चे और उसकी पारिवारिक पृष्ठभूमि का भी पता लगाया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ में लगातार बच्चा चोरी की अफवाह
कांकेर जिले के ग्राम पटौद में भी शनिवार को बच्चा चोरी के शक में भीड़ ने 2 लोगों की जमकर पिटाई कर दी। जिससे दोनों लोग घायल हो गए। बाद में बच्चा चोरी की बात अफवाह साबित हुई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में पता चला कि उन्होंने लोहे की छड़ के 3 बंडल चुराए थे और उसे डंप करने के बाद शराब पी रहे थे। इसी बीच उनका स्थानीय जनप्रतिनिधि से विवाद हो गया और किसी ने बच्चा चोरी की अफवाह फैला दी। इसके बाद भीड़ ने उन्हें जमकर मारा। मामला कांकेर थाना क्षेत्र का है।
कांकेर में भी बच्चा चोरी की अफवाह फैलाकर दो लोगों की पिटाई।
दुर्ग जिले में भी बच्चा चोरी की अफवाह पर मारपीट की तीसरी घटना सामने आई है। इस बार यह घटना दुर्ग जिला मुख्यालय के गंजपारा में हुई है। दिल्ली से दुर्ग फेरी लगाने आए एक परिवार को उसके किराए के घर से निकालकर मोहल्ले के लोगों ने बुरी तरह पीटा। सूचना मिलते ही दुर्ग कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और परिवार को सुरक्षित थाने लेकर आई। पीड़ितों में कपूर सिंह (65 वर्ष) संजय नगर कोरबा निवासी, विकास सिंह (30 वर्ष) पंजाबी कॉलोनी, नरेला दिल्ली, मदन सिंह (32 वर्ष) संजय नगर कोरबा, रविंदर सिंह (35 वर्ष) पंजाबी कॉलोनी, नरेला, दिल्ली निवासी और अरुण सिंह (28 वर्ष) पंजाबी कॉलोनी दिल्ली के रहने वाले हैं।
घायलों को कमरे से सुरक्षित निकालती दुर्ग पुलिस।
पुलिस बार-बार लोगों से अपील कर रहे हैं कि बच्चा चोरी का अफवाह में न जाएं। यदि कोई संदेही दिखे तो उससे मारपीट करके कानून को अपने हाथ में न लें। ऐसा व्यक्ति दिखने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें। 5 अक्टूबर को भी दुर्ग जिले में बच्चा चोरी के शक में लोगों ने 3 साधुओं की बेरहमी से पिटाई कर दी थी। घटना भिलाई-3 थाना क्षेत्र के चरोदा बस्ती में हुई थी। अगले दिन 6 अक्टूबर को भी दुर्ग के उतई थाना क्षेत्र में एक मानसिक रूप से विक्षिप्त को बुरी तरह मारा गया था।
इसके अगले ही दिन 7 अक्टूबर को भी राजधानी रायपुर के गोल बाजार थाना क्षेत्र में भीड़ ने बच्चा चोरी के शक में एक महिला को घेर लिया। लेकिन बाद में जांच में पता चला कि महिला एनजीओ से थी और बच्चों के लिए कपड़े खरीदने पहुंची थी, इसलिए उसके साथ करीब 10-12 बच्चे थे।