रायपुर। छत्तीसगढ़ के राज्योत्सव पर तीन नए पुरस्कार शुरू हो रहे हैं। ये तीनों पुरस्कार लोक संस्कृति के क्षेत्र में काम के लिए मिलेगा। इनको माता कौशल्या, लक्ष्मण मस्तुरिया और खुमान साव के नाम पर दिया जाना है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दशहरे पर इन पुरस्कारों की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को इसकी जानकारी साझा करते हुए कहा, लोक संस्कृति के साधकों की साधना से नए कलाकारों को प्रेरित करने के लिए राज्य सरकार ने राज्योत्सव के अवसर पर तीन नए पुरस्कार शुरू करने का निर्णय लिया है।
सीएम के ऐलान के मुताबिक पहला लक्ष्मण मस्तुरिया पुरस्कार लोक गीत के क्षेत्र में दिया जाएगा। दूसरा, खुमान साव पुरस्कार लोक संगीत के क्षेत्र में दिया जाएगा। वहीं तीसरा, माता कौशल्या पुरस्कार, श्रेष्ठ रामायण (मानस) मंडली को दिया जाएगा। अभी छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के अवसर पर कई विभूतियों के नाम पर 35 सम्मान प्रदान किए जाते हैं। इनको अलग-अलग विभागों की ओर से दिया जाता है। इसमें समाजसेवा, कला, साहित्य, खेल, प्रशासन, कृषि, उद्योग, सिनेमा, पत्रकारिता आदि क्षेत्र के पुरस्कार शामिल हैं।
गांधी जयंती पर हुई दो पुरस्कारों की घोषणा
मुख्यमंत्री ने दो अक्टूबर को भी दो पुरस्कारों की घोषणा की थी। ये पुरस्कार पर्यावरणविद अनुपम मिश्र और रंगकर्मी हबीब तनवीर की स्मृति में दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा, वॉटर रिचार्जिंग के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले व्यक्ति और संस्था को ‘अनुपम मिश्र पुरस्कार’ दिया जाएगा। वहीं छत्तीसगढ़ में थिएटर के लिए प्रसिद्ध रंगकर्मी ‘हबीब तनवीर’ के नाम पर पुरस्कार दिया जाएगा।