गुवाहाटी। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन टी20 मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला रविवार (दो अक्तूबर) को गुवाहाटी में खेला जाएगा। टीम इंडिया की नजर दूसरे मैच के साथ ही अपनी धरती पर पहली बार दक्षिण अफ्रीका से टी-20 सीरीज जीतने पर है। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच यह आठवीं द्विपक्षीय टी-20 सीरीज खेली जा रही है। इनमें भारत ने तीन और दक्षिण अफ्रीका ने दो बार सीरीज जीती है। दो सीरीज ड्रॉ रहीं। भारत ने तीनों बार दक्षिण अफ्रीका को उसके घर में हराया है, लेकिन अपने घर में वह कभी नहीं जीत पाया है। दक्षिण अफ्रीका ने 2015-16 में भारत में तीन मैचों की सीरीज 2-0 से जीती थी।
दूसरी ओर, तेंबा बावुमा की अगुवाई में दक्षिण अफ्रीका की टीम भी पलटवार करना चाहेगी। उन्हें उम्मीद होगी कि वह टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित कर लक्ष्य हासिल करें। पहले मैच में कगिसो रबाडा और एनरिच नोर्त्जे जैसे गेंदबाजों की मौजूदगी में रोहित और कोहली को सस्ते में आउट करने के बावजूद दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजी में आत्मविश्वास की कमी दिखी। इतना ही नहीं गुवाहाटी में भी भारतीय टीम पहली बार टी-20 मैच जीतना चाहेगी। इससे पहले खेले दो मैचों में भारत को एक में ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा था तो दूसरा श्रीलंका के खिलाफ बिना टॉस के ही रद्द हो गया था।
जसप्रीत बुमराह – फोटो : सोशल मीडिया
विश्वकप से पहले टीम को अंतिम रूप देना चाहेगा भारतीय टीम प्रबंधन
टी-20 विश्वकप लेकर जसप्रीत बुमराह भारतीय टीम के अभियान का मुख्य हिस्सा थे। पीठ में स्ट्रेस फ्रैक्चर की वजह से वह तीन सप्ताह पहले आईसीसी इवेंट से लगभग बाहर हो गए हैं। हालांकि, अभी अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। वहीं, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बचे शेष दो टी-20 मैचों के जरिये कोच राहुल द्रविड़ विश्वकप के लिए टीम को अंतिम रूप देना चाहेंगे। उमेश यादव और मोहम्मद सिराज को चोटिल खिलाड़ियों के विकल्प के रूप में जरूर टीम में शामिल किया गया है लेकिन ये दोनों अभी विश्वकप दल का हिस्सा नहीं हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि बुमराह के विकल्प के रूप में टीम प्रबंधन किस गेंदबाज को अवसर देता है।
मोहम्मद शमी विश्वकप दल के स्टैंडबाई में हैं, लेकिन वह दक्षिण अफ्रीका का सीरीज का हिस्सा नहीं हैं। शमी कोविड-19 से उबर चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया में अपने अनुभव की वजह से वह टीम में जगह बना सकते हैं। यदि वह टीम के साथ जुड़ते हैं तो 16 अक्तूबर को मौजूदा चैंपियन के खिलाफ अभ्यास मैच से पहले उनके पास कम मैच होंगे। दक्षिण अफ्रीका सीरीज के लिए टीम के पास दीपक चाहर भी हैं, जो चोट से उबर चुके हैं।
पहले टी-20 में चाहर (4-0-24-2) और बाएं हाथ के युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह (4-0-32-3) ने दक्षिण अफ्रीका के पांच बल्लेबाजों को मात्र 9 रन के स्कोर पर ही पवेलियन भेज दिया था। दूसरी ओर ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में स्विंग समीकरण से बाहर होगी। चाहर और भुवनेश्वर कुमार स्विंग में माहिर हैं, जो अर्शदीप के साथ विश्वकप एकादश में हैं। वहीं, सिराज ने पिछले कुछ समय से संघर्ष किया है। हालांकि, भुवनेश्वर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में काफी रन लुटाए थे। ऐसा ही हाल हर्षल पटेल का भी है।
अक्षर पटेल – फोटो : सोशल मीडिया
स्पिन को अक्षर ने दी मजबूती
तेज गेंदबाजी भारतीय टीम के लिए परेशानी बनी हुई है। वहीं, स्पिन विभाग में कुछ राहत है। रविंद्र जडेजा की जगह टीम में शामिल किए गए अक्षर पटेल ने विश्वकप के लिए लगभग अपनी जगह पक्की कर ली है और उन्होंने स्पिन विभाग को मजबूती दी है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों में 7.87 की औसत से आठ विकेट लिए। भारत ने यह सीरीज 2-1 से जीती थी। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी-20 में 16 रन देकर एक विकेट लिया था। बीच के ओवरों में रविचंद्रन अश्विन ने भी किफायती गेंदबाजी की थी। अक्षर ने कप्तान रोहित का कुछ मनोबल बढ़ाया है। बल्लेबाजी में केएल राहुल ने अर्धशतक लगाकर वापसी के संकेत दिए हैं।
दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग-11
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उपकप्तान), विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), दिनेश कार्तिक, अक्षर पटेल, दीपक चाहर, हर्षल पटेल, अर्शदीप सिंह, युजवेंद्र चहल/रविचंद्रन अश्विन।
दक्षिण अफ्रीका: क्विंटन डीकॉक (विकेटकीपर), तेंबा बावुमा (कप्तान), रिले रॉसो/रीजा हेंड्रिक्स, एडेन मार्करम, डेविड मिलर, ट्रिस्टन स्टब्स, बेन पार्नेल, केशव महाराज, कगिसो रबाडा, एनरिच नोर्त्जे, तबरेज शम्सी।