SOVA Malware – फोटो : SBI
नई दिल्ली। SOVA मैलवेयर की फिर से वापसी हो गई है। वैसे तो इस वायरस की पहचान पिछले महीने ही हो गई थी, लेकिन अब कई सारे बैंक से लेकर भारत सरकार तक ने SOVA मैलवेयर के बारे में अलर्ट जारी किया है। कुछ दिन पहले केंद्रीय साइबर सिक्योरिटी एजेंसी (सीईआरटी- इन) ने भी इस वायरस को लेकर एडवायजरी जारी की है। भारत से पहले सोवा वायरस अमेरिका, रूस और स्पेन में भी सक्रिय रहा है। अब SOVA को लेकर SBI, PNB और केनरा बैंक ने चेतावनी जारी की है। आइए जानते हैं इस SOVA वायरस और इससे बचने के तरीके के बारे में…..
SOVA को लेकर किस बैंक ने क्या कहा?
SBI ने ट्वीट करके कहा है कि मैलवेयर को अपनी कमाई ना दें। हमेशा भरोसेमंद सोर्स से ही एप डाउनलोड करें और सतर्क रहें। SOVA ट्रोजन को लेकर पंजाब नेशनल बैंक ने भी अपनी वेबसाइट पर एक नोट जारी किया है। नोट में लिखा है, ” इस तरह के मैलवेयर अधिकांश एंड्रॉयड डिवाइस में स्मिशिंग (एसएमएस के माध्यम से फिशिंग) अटैक के जरिए पहुंचते हैं। एक बार फोन में इंस्टॉल होने के बाद यह हैकर को फोन में मौजूद सभी एप्स की जानकारी और डीटेल (लॉग) भेजता है जिसके बाद हैकर C2 (कमांड एंड कंट्रोल सर्वर) के जरिए एप को कंट्रोल करता है।
क्या है SOVA मैलवेयर?
सोवा एक बैंकिंग मैलवेयर (वायरस) है जो बिना कोई सबूत छोड़े बैंकिंग एप्स को निशाना बनाता है। इसके अलावा यदि आपके फोन में इंस्टॉल हो गया तो इसे हटाना भी मुश्किल है, क्योंकि यह अपनी पहचान छिपाने में माहिर है। यह आपके एक-एक मैसेज, ओटीपी और ईमेल पर नजर रखता है। यह इतना खतरनाक है कि टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन को भी मात दे देता है।
बचने का तरीका क्या है?
इस वायरस से बचने के लिए केंद्रीय एजेंसी ने उपभोक्ताओं को सिर्फ और सिर्फ ऑफिशियल एप स्टोर से ही एप डाउनलोड करने की नसीहत दी है। इसके अलावा कोई भी एप डाउनलोड करने से पहले उसकी पूरी जानकारी और कितनी बार उसे डाउनलोड किया गया, लोगों के उस पर रिव्यू व कमेंट जरूर देखें। आपका एंड्रॉयड फोन लेटेस्ट सिक्योरिटी अपडेट के साथ है या नहीं, इसे चेक करें। आप About Device के सॉफ्टवेयर अपडेट सेक्शन में जाकर एंड्रॉयड सिक्योरिटी और पैच अपडेट चेक कर सकते हैं। अपडेट नहीं होने पर तुरंत फोन अपडेट करें। इसके अलावा आप अपने फोन को फॉर्मेट भी कर सकते हैं।