दुबई। एशिया कप टी-20 का फाइनल मुकाबला रविवार को श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच खेला जाएगा। आर्थिक संकट के बीच अगर श्रीलंका टूर्नामेंट जीतता है तो उसके देशवासियों को खुशी के कुछ लम्हें मिलेंगे। मगर इसके लिए उसे पाकिस्तान जैसी मजबूत टीम को तीन दिन के भीतर दूसरी बार हराना होगा। श्रीलंका एक तरह से एशिया कप का मेजबान है, लेकिन सुरक्षा कारणों से वह इसका आयोजन अपने देश में नहीं कर पाया और इसलिए संयुक्त अरब अमीरात को इस टूर्नामेंट को आयोजित करने का मौका मिला। दोनों के बीच यह फाइनल में चौथी टक्कर होगी। पिछली तीन में से दो बार श्रीलंका जीतने में सफल रहा है।
दासुन शनाका की अगुवाई वाली श्रीलंकाई टीम के सुपर चार के प्रदर्शन को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि बाबर आजम की अगुवाई वाली पाकिस्तानी टीम के लिए चुनौती किसी भी तरह से आसान नहीं होगी। चाहे वह एशियाई क्रिकेट परिषद हो या फिर दुबई के दर्शक, सभी चाहते थे कि फाइनल मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच हो, लेकिन श्रीलंका ने बेहतरीन प्रदर्शन करके उनके सारे समीकरण बिगाड़ दिए।
उसने शुक्रवार को फाइनल के अपने प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ सुपर चार के अंतिम मैच में आसान जीत दर्ज की थी। इससे उसकी टीम फाइनल में बढ़े मनोबल के साथ उतरेगी, लेकिन दुबई में पाकिस्तान को दर्शकों का अपार समर्थन मिलने की संभावना है और ऐसे में बाबर आजम, मोहम्मद रिजवान, मोहम्मद नवाज और नसीम शाह जैसे खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।
ओपनर मेंडिस-पाथुम की जुगलबंदी
दुष्मंथा चमीरा जैसे अनुभवी गेंदबाज की अनुपस्थिति के बावजूद श्रीलंका का आक्रमण मजबूत नजर आता है जबकि बल्लेबाजी में उसके पास कुसल मेंडिस और पाथुम निसांका के रूप में दो शानदार सलामी बल्लेबाज हैं, जो अच्छी शुरुआत दिलाने में सक्षम हैं। दनुष्का गुणतिलका, भानुका राजपक्षे, शनाका और करुणारत्ने ने भी उपयोगी योगदान दिया है। एशिया कप के पांच मैचों में अब तक श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने 28 छक्के और 62 चौके लगाए हैं जिससे उनके आक्रामक रवैये का पता चलता है। गेंदबाजी में महेश तीक्ष्णा और वानिंदु हसरंगा ने स्पिन विभाग को बखूबी संभाला है, जबकि दिलशान मधुशंका ने मुख्य तेज गेंदबाज की जिम्मेदारी काफी सराहनीय रूप से निभाई है।
बाबर की फॉर्म चिंता का सबब
इसके विपरीत पाकिस्तान अपने कप्तान और सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बाबर की फॉर्म को लेकर चिंतित है जिन्होंने अब तक पांच मैचों में केवल 63 रन बनाए हैं। वह फाइनल में निश्चित तौर पर बड़ी पारी खेलने की कोशिश करेंगे। गेंदबाजी अभी पाकिस्तान का मजबूत पक्ष नजर आता है। नसीम शाह के खेल में लगातार सुधार हो रहा है जबकि हैरिस रऊफ और मोहम्मद हसनैन भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उसके दोनों स्पिनर लेग ब्रेक गेंदबाज शादाब खान और बाएं हाथ के स्पिनर मोहम्मद नवाज ने भी प्रभावशाली प्रदर्शन किया है।
टॉस निभा रहा अहम भूमिका
दुबई में हालांकि टॉस की भूमिका महत्वपूर्ण रही है और ऐसे में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को नुकसान होता है। पाकिस्तान का वैसे भी पहले बल्लेबाजी करते हुए प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। उसने भारत और श्रीलंका के खिलाफ जो मैच गंवाए उसमें उसने पहले बल्लेबाजी की थी।
दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग-11
श्रीलंका: पथुम निसांका, कुसल मेंडिस (विकेटकीपर), चरिथ असालंका/ धनंजया डी सिल्वा, दनुष्का गुणतिलका, भानुका राजपक्षे, दासुन शनाका (कप्तान), वानिंदु हसरंगा, चमिका करुणारत्ने, महेश तीक्षणा, प्रमोद मदुशन/ असिथा फर्नांडो, दिलशान मदुशंका।
पाकिस्तान: मोहम्मद रिजवान (विकेटकीपर), बाबर आजम (कप्तान), फखर जमान, इफ्तिखार अहमद, शादाब खान, मोहम्मद नवाज, आसिफ अली, खुशदिल शाह, हारिस रऊफ, नसीम शाह, मोहम्मद हसनैन।