नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने पार्टी की अध्यक्षता स्वीकार करने को लेकर किए गए सवाल पर पहली बार अपना पक्ष रखा। राहुल ने कहा कि उन्होंने फैसला कर लिया है कि उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष बनना है या नहीं और वे अपना जवाब चुनाव के दौरान ही देंगे।
राहुल ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि मैंने अपना मन बना लिया है और मैं काफी स्पष्ट हूं। मैं अध्यक्ष बनूंगा या नहीं यह उस दिन सामने आ जाएगा, जब पार्टी के चुनाव होंगे। कृपया उस दिन तक इंतजार करें।
गौरतलब है कि राहुल गांधी फिलहाल भारत जोड़ो यात्रा में हिस्सा ले रहे हैं। यह यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर तक रखी गई है। गांधी ने कहा है कि वे इस यात्रा का नेतृत्व नहीं कर रहे, बल्कि महज इसका हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि पदयात्रा यह समझने की कोशिश है कि जमीनी स्तर पर क्या हो रहा है और साथ ही यह, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा किए गए नुकसान की भरपाई की कोशिश है।
राहुल गांधी ने कांग्रेस को बचाने के लिए यह यात्रा किए जाने के सवाल पर कहा, ‘‘भाजपा-संघ अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन हम लोगों से जुड़ने के लिए यह ‘यात्रा’ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी संस्थान अब भाजपा के नियंत्रण में हैं और उनका इस्तेमाल विपक्ष पर दबाव बनाने के लिए किया जा रहा है।
यहां ‘विवेकानंद पॉलिटेक्निक’ से 118 अन्य “भारत यात्रियों’ और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ पदयात्रा की शुरुआत के बाद आगे बढ़ रहे राहुल ने कांग्रेस अध्यक्ष बनने के अनुरोध संबंधी सवाल पर कहा, ‘‘मैंने निर्णय ले लिया है, मैं बहुत स्पष्ट हूं, जब पार्टी के चुनाव होंगे तब जवाब दूंगा। अगर मैं कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ता हूं तो आप मुझसे सवाल पूछ सकते हैं और तब मैं जवाब दूंगा कि मैंने चुनाव क्यों नहीं लड़ा।’’