नई दिल्ली। एशिया कप 2022 में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप की तैयारी करने के लिए उतरी थी, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया है। भारत के शुरुआती तीन बल्लेबाज ही कुछ खास नहीं कर पा रहे। स्पिन गेंदबाज भी बीच के ओवरों में विकेट दिलाने में नाकाम हैं। टीम के कप्तान रोहित शर्मा भी अपनी लय नहीं हासिल कर पा रहे हैं। रोहित ने अब तक दो मैच खेले हैं और दोनों में बड़ी पारी नहीं खेल पाए। पाकिस्तान के खिलाफ 18 गेंद में 12 रन बनाने वाले रोहित ने हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ 13 गेंद में 21 रन बनाए। टीम के कप्तान होने के साथ ही रोहित सबसे अहम सलामी बल्लेबाज भी हैं और उनका लय में आना भारत के लिए बहुत जरूरी है।
आईपीएल 2022 में रोहित शर्मा खराब फॉर्म से जूझ रहे थे और इसके बाद से उनकी बल्लेबाजी कुछ खास नहीं रही है। रोहित अब तक अपनी लय नहीं हासिल कर पाए हैं। अगर रोहित की खराब फॉर्म जारी रही तो टीम पर दबाव बढ़ेगा। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद हफीज ने उनको लेकर बड़ा बयान दिया है। हफीज के अनुसार रोहित पर भी कप्तानी का दबाव साफ नजर आ रहा है।
कमजोर, डरे हुए और चिंतित हैं रोहित
मोहम्मद हफीज ने पाकिस्तानी चैनल में बातचीत के दौरान रोहित का एक वीडियो चलाने को कहा, जिसमें वो हॉन्गकॉन्ग पर भारत की जीत के बाद वापस लौट रहे हैं। इसके बाद उन्होंने कहा “मैच जीतने के बाद आप रोहित के हाव-भाव देख सकते हैं। भारत के 40 रन से जीतने के बाद उनकी यह प्रतिक्रिया है। मैंने रोहित की शारीरिक भाषा के बारे में पहले बात की है। जब वो टॉस के लिए आए तो कमजोर, डरे हुए और चिंतित दिख रहे थे। मैं उस रोहित को नहीं देख पा रहा हूं, जो अद्भुत पारियां खेलता था। मुझे लगता है कि कप्तानी उनके ऊपर काफी ज्यादा दबाव डाल रही है। उनके कई तरह की परेशानियां आ रही हैं।”
हफीज कहा “रोहित की फॉर्म गिर रही है। उनका आईपीएल खराब गया था। इसके बाद से वे लय में नहीं हैं। इसके साथ ही भारत का दबाव भी उन पर है। वे ब्रांड ऑफ क्रिकेट, सकारात्मक खेल और कई चीजों के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन यह उनकी खुद की शारीरिक भाषा से नहीं दिख रहा है। बात करना आसान है, लेकिन करके दिखाना मुश्किल है। मेरा मानना है कि आगे भारत का कप्तान बने रहना उनके लिए मुश्किल होगा। शायद वे लंबे समय तक भारत के कप्तान नहीं रहेंगे। मैंने रोहित को हमेशा खेल का मजा लेते और खुद को अभिव्यक्त करते देखा है। अब वो ऐसा नहीं कर रहे हैं। शायद वो बहुत सारी चीजों में खो गए हैं। मुझे उनके लिए बुरा लग रहा है। मेरा मानना है कि या तो उन्हें खुद या भारतीय मैंनेजमेंट को इस बारे में सोचना चाहिए।”