कोरबा। हसदेव दर्री बराज के नीचे 22 करोड़ की लागत से बने समानांतर पुल की टेस्टिंग प्रक्रिया सोमवार को पूरी कर ली गई। 24 घंटे 192 टन तक वजन रखकर देखा गया। एप्रोच रोड का डामरीकरण 1 महीने के भीतर पूर्ण कर आवाजाही शुरू कर दी जाएगी। इसके बाद बराज से भारी वाहनों की आवाजाही बंद कर जाएगी। पश्चिम क्षेत्र को शहर से जोड़ने वाला यह तीसरा पुल है।
हसदेव बराज पुल 58 साल पुराना है। इसका निर्माण विभागीय निरीक्षण के लिए किया गया था, लेकिन पश्चिम क्षेत्र को जोड़ने के लिए कोई और पुल नहीं होने से आम लोगों के लिए खोल दिया गया, लेकिन समय के साथ भारी वाहनों के दबाव से बराज को ही नुकसान होने लगा था। भारी वाहनों की आवाजाही से बराज को कोई नुकसान ना हो इसके लिए 22 करोड़ की लागत से वर्ष 2016 से समानांतर पुल का निर्माण किया जा रहा है। निर्माण एजेंसी पीडब्ल्यूडी सेतु निगम है। बीच में ठेका कंपनी ने काम बंद किया और फिर बाद कोविड के कारण बंद रहा। इसकी वजह से पुल के बनने में ही 6 साल लग गए।
गेरवा घाट पुल की ओर से भारी वाहन करेंगे आवाजाही
कुसमुंडा क्षेत्र से बालको की ओर आवाजाही करने वाले भारी वाहन शहर में नहीं घुसेंगे। गेरवा घाट पुल की ओर से आवाजाही करेंगे। अभी इस मार्ग पर आम लोग भी आवाजही कर रहे हैं, लेकिन बराज पुल का सड़क बनने के बाद अधिकांश लोग कोहड़िया होकर ही आवाजाही करते हैं।
पुल निर्माण की अवधि पांच बार बढ़ाई गई, इसलिए भी हुई देरी
पुल निर्माण की अवधि 5 बार बढ़ाई जा चुकी है। फरवरी 2018 में काम पूरा करना था। इसके बाद दिसंबर 2018 तक समय तय किया गया। तीसरी बार दिसंबर 2019 व चौथी बार मार्च 2020 तक का समय निर्धारित था। कोविड में काम बंद होने के कारण मार्च 2022 तक काम पूरा करना था, लेकिन टेस्टिंग नहीं हो पाई थी।
पुल की 638 मी. लंबाई 12.90 मी. की चौड़ाई
पुल का निर्माण भवानी मंदिर के किनारे में ही कराया गया है। इसकी लंबाई 638 मीटर और चौड़ाई 12. 90 मीटर है। दोनों छोर पर एप्रोच रोड के लिए पहले ही जमीन फाइनल कर लिया गया था।
रोड बनाने से एनीकट में नहीं कर सकते आवाजाही
गेरवा घाट पुल के लिए नहर की चौड़ाई बढ़ाकर एप्रोच रोड बनाया गया है। उसके नीचे सर्वेश्वर एनीकट बना हुआ है। यहां छोटे वाहन आवाजाही कर सकते हैं, लेकिन एप्रोच रोड बनने से एक चोर की ऊंचाई बढ़ी। इसलिए दोनों पुल से ही आवाजाही करेंगे।
एप्रोच रोड का डामरीकरण जल्द कराएंगे: एसडीओ
पीडब्ल्यूडी सेतु निगम के एसडीओ एके जैन का कहना है कि पुल की टेस्टिंग पूरी हो गई है। एप्रोच रोड डब्ल्यूबीएम हो चुका है। बारिश के बाद डामरीकरण कराएंगे। प्रयास किया जा रहा है कि अक्टूबर में मार्ग पर आवाजाही शुरू हो जाए।