बेमेतरा। थानखम्हरिया नगर पंचायत की अध्यक्ष अंजना ठाकुर के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव आज बुधवार को पारित हो गया। कांग्रेस पार्षदों ने ये अविश्वास प्रस्ताव लाया था, जिसके पक्ष में 11 और विपक्ष में सिर्फ 4 मत पड़े। बीजेपी के एक पार्षद ने क्रॉस वोटिंग की। नगर पंचायत में कांग्रेस के 10 और बीजेपी के 5 पार्षद हैं। इस तरह 20 महीने तक नगर पंचायत की अध्यक्ष रहीं बीजेपी की अंजना ठाकुर की कुर्सी चली गई है।
नगर पंचायत में हुए आम चुनाव में बीजेपी के 8 और कांग्रेस के 7 पार्षद चुनकर आए थे। वोटिंग के नतीजों के आधार पर बीजेपी की अंजना ठाकुर को नगर पंचायत का अध्यक्ष बनाया गया, लेकिन 3 पार्षदों ने चुनाव के कुछ ही महीनों बाद कांग्रेस ज्वाइन कर लिया था। इसके कारण नगर पंचायत में कांग्रेसी पार्षदों की संख्या 10 और भाजपा पार्षदों की संख्या 5 हो गई। यहीं से नगर पंचायत में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।
अविश्वास प्रस्ताव पारित।
नगर पंचायत अध्यक्ष पर कांग्रेस पार्षदों ने लगाए थे आरोप
कांग्रेस पार्षदों ने नपं अध्यक्ष अंजना राजेश ठाकुर के खिलाफ जनहित के मुद्दों की अनदेखी करने और शासन की विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं करने समेत कई आरोप लगाए थे। इसे लेकर उन्होंने 10 मई को कलेक्टर के पास अविश्वास प्रस्ताव लाने का आवेदन पत्र भी प्रस्तुत किया था, जिस पर कलेक्टर ने अविश्वास प्रस्ताव की तारीख 25 मई तय की थी।
थानखम्हरिया नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित।
हाईकोर्ट का स्टे हटने के बाद आज हुई वोटिंग
इसी बीच नगर पंचायत अध्यक्ष अंजना ठाकुर 24 मई को हाईकोर्ट चली गईं, वहां से पूरी प्रक्रिया पर रोक लग गई थी। सुनवाई के बाद कोर्ट ने स्टे हटाकर कलेक्टर को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। अब पूरे 3 महीने बाद आज 24 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई, जिसमें ये पारित हो गया। आज पीठासीन अधिकारी व SDM साजा धनराज मरकाम ने मतदान कराया।
बीजेपी पार्षद की क्रॉस वोटिंग के चलते गई कुर्सी
थानखम्हरिया नगर पंचायत में 15 पार्षद हैं और अध्यक्ष को बचाने के लिए 5 पार्षदों का समर्थन चाहिए था और उनके पास 5 पार्षद थे भी, लेकिन एक भाजपा पार्षद ने क्रॉस वोटिंग कर दिया, जिसके चलते अध्यक्ष की कुर्सी चली गई। विजयी होने के बाद कांग्रेसी पार्षदों ने जमकर खुशियां मनाई। जिला कांग्रेस कमेटी बेमेतरा के अध्यक्ष बंसी पटेल ने कहा कि ये एकजुटता और प्रदेश के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की जीत है।