रॉस टेलर और राहुल द्रविड़ – फोटो : सोशल मीडिया
नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) एक ऐसा टूर्नामेंट है जहां विदेशी खिलाड़ियों को भारतीय खिलाड़ियों के साथ घुलना-मिलना होता है। इस लीग के कामयाब होने की एक बड़ी वजह यह भी रही है कि दुनिया भर के खिलाड़ी इसमें एक टीम के तौर पर खेलते हैं।
रॉस टेलर – फोटो : सोशल मीडिया
2011 आईपीएल वह समय था जब न्यूजीलैंड के पूर्व खिलाड़ी रॉस टेलर को राहुल द्रविड़ और शेन वॉर्न के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने का मौका मिला था। टूर्नामेंट के उस विशेष संस्करण ने टेलर को यह समझा दिया कि भारतीय क्रिकेटरों की अपने देश में कितनी पैठ है। उनका खुलेआम घूमना कितना मुश्किल है।
रॉस टेलर की आत्मकथा – फोटो : सोशल मीडिया
अपनी आत्मकथा ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ में टेलर ने एक घटना का वर्णन किया है, जहां वह द्रविड़ के साथ बाघ देखने के लिए रणथंभौर नेशनल पार्क गए थे। तब उन्हें अनुभव हुआ था कि कैसे आम जनता एक दुर्लभ बाघ को देखने के बजाय द्रविड़ में अधिक रुचि दिखा रहा थे। टेलर बताते हैं- मैंने द्रविड़ से पूछा कि आपने कितनी बार बाघ देखा है? उन्होंने कहा कि मैंने कभी बाघ नहीं देखा। मैं 21 बार जंगल सफारी पर गया हूं और एक भी बाघ नहीं देखा। मैंने सोचा क्या? बाघ नहीं देखने पर भी 21 सफारी? सच बताऊं तो अगर यह बात मुझे पता होती, तो मैं उनके साथ नहीं जाता। मैं द्रविड़ से कहता- नहीं शुक्रिया! मैं डिस्कवरी चैनल देख लूंगा।
राहुल द्रविड़ और रॉस टेलर – फोटो : सोशल मीडिया
टेलर बताते हैं- जेकब ओरम सुबह बाहर गया था। उन्हें सफारी पर आने की कोई खुशी नहीं थी। टीवी पर कोई बेसबॉल मैच था जिसे वह देखना चाहता था। इसलिए वह हमारे साथ दोपहर की सफारी पर नहीं आया। हमारे ड्राइवर को एक सहयोगी से यह कहने के लिए रेडियो कॉल आया कि उन्हें एक प्रसिद्ध बाघ टी-17 मिल गया है। यह सुनकर द्रविड़ रोमांचित हो उठे। बिना बाघ देखे 21 सफारी पर जाने के बाद आखिर वह दिखने वाला था।
राहुल द्रविड़ – फोटो : सोशल मीडिया
टेलर बताते हैं- हम खुली एसयूवी में थे, जो कि लैंड रोवर्स की तुलना में थोड़ी बड़ी होती है। बाघ एक चट्टान पर था, हमसे 100 मीटर दूर। हम जंगल में एक बाघ को देखकर स्तब्ध थे, लेकिन दूसरे वाहनों में लोग बाघ देखने के बजाय राहुल पर अपना कैमरा टिकाए बैठे थे। वे बाघ की जगह द्रविड़ को देखकर उत्साहित थे। वे सभी उतने ही उत्साहित थे, जितना हम बाघ को देखकर थे। शायद दुनिया भर में लगभग 4000 बाघ हैं, लेकिन राहुल द्रविड़ केवल एक हैं।
राहुल द्रविड़ – फोटो : सोशल मीडिया
टेलर ने इस साल की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और उन्होंने गुरुवार को अपनी आत्मकथा का विमोचन किया। इस पुस्तक में टेलर ने नस्लवाद की उन घटनाओं का भी जिक्र किया है, जिसका उन्होंने अपने खेल करियर के दौरान सामना किया।