राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा – फोटो : सोशल मीडिया
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम को टी-20 में प्रयोग करने से कोई परहेज नहीं है। 2022 में अब तक टीम इंडिया ने 21 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और अनमें 27 खिलाड़ियों को आजमाया जा चुका है। इससे टीम को फायदा हुआ और मजबूत बेंच स्ट्रेंथ तैयार हो रही है। भारत ने इस दौरान फरवरी से अब तक छह द्विपक्षीय सीरीज खेली हैं, जिनमें पांच में जीत दर्ज की, जबकि एक ड्रॉ रही। हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज में भारत ने 17 खिलाड़ियों को मैदान में उतारा। इन 21 मैचों में भारत ने 16 में जीत दर्ज की, जबकि एक ड्रॉ रहा और चार हारे।
27 अगस्त से 11 सितंबर तक होने वाले एशिया कप और इसके बाद अक्तूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्वकप होना है। ऐसे में भारतीय टीम प्रबंधन अंतिम एकादश को निश्चित करना चाहता है।
कप्तानी के विकल्प भी तैयार
कोच राहुल द्रविड़ ने खिलाड़ियों को अलग-अलग भूमिकाओं में आजमाया है। रोहित शर्मा के अलावा हार्दिक पंड्या और ऋषभ पंच कप्तान की भूमिका में दिख। सभी कप्तानों ने आक्रामक रुख अपनाया है। हाल ही में एक साक्षात्कार में नियमित कप्तान रोहित शर्मा ने टी-20 विश्वकप को लेकर स्पष्ट किया कि हमें अपनी सोच बदलने की जरूरत है। कोच और कप्तान की ओर से मिले स्पष्ट संदेश के बाद खिलाड़ियों ने भी आक्रामक तेवर दिखाए हैं। इसी का नतीजा है कि राहुल द्रविड़ के कोच बनने के बाद भारत ने अब तक 24 टी-20 मैच खेले हैं। इनमें 19 में जीत दर्ज की है, जबकि चार में हार और एक का परिणाम नहीं निकला। वहीं राहुल द्रविड़ की निगरानी में भारत ने सभी सात टी-20 सीरीज में से छह में जीत दर्ज की तो एक ड्रॉ रही।
सूर्यकुमार यादव – फोटो : सोशल मीडिया
सूर्यकुमार और ऋषभ पंत ने दिए ओपनिंग के विकल्प
कप्तान रोहित शर्मा के साथ नियमित रूप से केएल राहुल ओपनिंग करते आए हैं। राहुल की अनुपस्थिति में ऋषभ पंत को इंग्लैंड में और सूर्यकुमार यादव को वेस्टइंडीज में पारी की शुरुआत करने का मौका मिला। सूर्यकुमार ने चार पारियों में सलामी बल्लेबाज के तौर पर 168 के स्ट्राइक रेट से 135 रन बनाए। इसमें 76 रन उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर था।
वहीं, ऋषभ ने दो मैचों में ओपनिंग की थी। इसमें दूसरे टी-20 में 26 और तीसरे में एक रन ही बना सके। सूर्यकुमार ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए तीसरे टी-20 में 117 रन की शानदार शतकीय पारी भी खेली थी। दीपक हुड्डा को भी सलामी बल्लेबाज के रूप में इस्तेमाल किया गया है। दीपक ने अलग-अलग क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए 161 के स्ट्राइक रेट से सात मैचों में 274 रन बनाए। वह जरूरत पड़ने पर ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी कर सकते हैं।
हार्दिक पांड्या और रोहित शर्मा – फोटो : सोशल मीडिया
पंड्या भी रंग में, कप्तान चाहते हैं टीम में लचीलापन
चोट से उबरने के बाद हार्दिक पंड्या भी रंग में नजर आए हैं। उन्होंने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में कमाल किया है। वह नंबर तीन से लेकर सात नंबर तक बल्लेबाजी कर चुके हैं। वह फिनिशर की भूमिका बखूबी निभा सकते हैं। क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार कप्तान रोहित शर्मा कहते हैं कि उन्हें बल्लेबाजी में लचीलापन चाहिए। उन्हें ऐसे बल्लेबाजों की जरूरत है, जो किसी भी क्रम में बल्लेबाजी कर सकें।
अर्शदीप सिंह और ऋषभ पंत – फोटो : सोशल मीडिया
गेंदबाजी को मिली मजबूती
टीम संयोजन को लेकर चल रहे प्रयोगों के तहत टीम को गेंदबाजी में भी फायदा हुआ है। हाल ही में दूसरे टी-20 में अंतिम ओवर में वेस्टइंडीज को अंतिम ओवर में 10 रन की जरूरत थी। कप्तान रोहित ने अनुभवी भुवनेश्वर को ओवर देने के बजाय आवेश खान को गेंद थमाई। हालांकि भारत मैच नहीं जीत सका लेकिन आवेश को इससे काफी सीखने को मिला। चौथे टी-20 में आवेश ने चार ओवर में 17 रन देकर दो विकेट लिए।
वहीं, अर्शदीप ने शानदार पदार्पण किया है। वह गेंद को दोनों तरफ स्विंग करा सकते हैं। माना जा रहा है कि वह जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में अच्छा विकल्प हो सकते हैं। वह डेथ ओवर में सटीक यॉर्कर भी फेंक सकते हैं। आईपीएल में उन्होंने डेथ ओवरों में 7.58 की इकोनॉमी से गेंदबाजी की थी। वेस्टइंडीज दौरे पर अर्शदीप सात विकेट लेकर मैन ऑफ द सीरीज भी बने थे।
अक्षर पटेल – फोटो : सोशल मीडिया
ऑलराउंडर अक्षर
अक्षर पटेल को एशिया कप की टीम में स्टैंडबाई में रखा गया है लेकिन उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे में 312 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 35 गेंदों में 64 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई थी। वहीं चौथे टी-20 में आठ गेंदों में 20 रन बनाए थे। वेस्टइंडीज के खिलाफ पांचवें मैच के कप्तान हार्दिक पंड्या ने अक्षर को पहला ओवर थमाया। उन्होंने पावरप्ले में ही तीन विकेट झटक लिए थे। अक्षर के अंदर ऑलराउंडर के रूप में रवींद्र जडेजा का विकल्प बनने की पूर क्षमता है।
विदेशी धरती पर जीत
भारत ने इस साल 21 टी-20 मैचों में 10 विदेशी धरती पर खेले हैं। इनमें दो आयरलैंड में, तीन इंग्लैंड में और 5 वेस्टइंडीज में खेले हैं। इनमें एक-एक मैच में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज से हार मिली है। वहीं, स्वदेश में खेले 11 मैचों भी भारत ने दो मैच दक्षिण अफ्रीका से हारे। वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ 3-3 मैचों की सीरीज में एकतरफा जीत दर्ज की। दो मैच में दक्षिण अफ्रीका से जीते और एक मैच का परिणाम नहीं निकला।