रायपुर। आरएसएस और भाजपा ने 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल के छत्तीसगढ़ आते ही प्रदेश भाजपा का चेहरा बदल दिया गया है। आदिवासी नेता और प्रदेश अध्यक्ष रहे विष्णुदेव साय की जगह संघ के करीबी और सांसद अरुण साव के हाथों प्रदेश बीजेपी की कमान देकर संघ ने बता दिया है कि अब छत्तीसगढ़ में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दरअसल 2018 में सत्ता जाने के बाद ही छत्तीसगढ़ में भाजपा तीन बार के मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह के मुताबिक ही चल रही थी।
सभी बड़े पदों पर रमन सिंह के करीबी नेताओं को पद दिया गया। लेकिन भाजपा के केन्द्रीय नेताओं के लगातार दौरे और यहां से मिले फीडबैक के आधार पर संघ और भाजपा ने रमन के चेहरे से बाहर निकलने का प्लान तैयार किया। यही वजह है कि इस बार सौम्य छवि और आक्रामक कार्यशैली वाले अरुण साव को प्रदेश की कमान सौंप दी गई है। इसके साथ ही विभिन्न मोर्चा प्रकोष्ठों, जिलाध्यक्षों को भी बदलने की चर्चा तेज हो गई है।
आठ साल के कार्यक्रमों का सफल संचालन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल के आठ साल पूरे होने पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की जिम्मेदारी दी गई थी। जिसे साव ने बेहतर ढंग से पूरा किया था। बताया गया है कि 15 दिनों के कार्यक्रमों की समयसीमा में मॉनिटरिंग और रिपोर्टिंग के लिए साव की दिल्ली में तारीफ भी हुई थी।
साय को अजा आयोग भेजे जाने की चर्चा : बताया गया है कि विष्णुदेव साय को अनुसूचित जनजाति आयोग में उपाध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा है। साय को पद से हटाने के पहले ही इस संबंध में उनसे राय ले ली गई है। जल्द ही साय का नियुक्ति पत्र भी जारी हो जाएगा।
कौशिक पहुंचे दिल्ली
प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने के बाद नेता प्रतिपक्ष को बदलने की चर्चा भी तेज है। इसे देखते हुए नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक दिल्ली उड़ गए। वहां उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर राजनीतिक हालातों पर चर्चा की है। प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने से पहले साय को दिल्ली बुलाया गया था और अब कौशिक को दिल्ली बुलाया गया है। इसलिए सभी की नजर दिल्ली की ओर टिकी हुई है कि आखिर क्या होने वाला है।
13 अगस्त को आएंगे साव
प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद डॉ.अरुण साव शनिवार 13 अगस्त को छत्तीसगढ़ लौटेंगे। अभी वे दिल्ली में बड़े नेताओं से छत्तीसगढ़ में भाजपा होने वाले बदलावों और यहां की कार्यशैली को लेकर बातचीत कर रहे हैं।
कार्यकर्ता हुए रिचार्ज : बताया गया है कि प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने के बाद पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि साव को अध्यक्ष बनाए जाने के बाद अब यह तय होग या है कि जितने भी पदाधिकारी निष्क्रिय हैं या जो पार्टी को आगे बढ़ाने में अपना योगदान नहीं दे रहे हैं ऐसे सभी नेता हटाए जाएंगे।