बलौदाबाजार। सोमवार देर रात हुए सड़क हादसे में दो लोगों की मौत हो गई थी, आज सुबह इलाज के दौरान हादसे में घायल एक और महिला की जान चली गई। मरने वाले तीनों एक ही परिवार के सदस्य थे। यह हादसा कार की ट्रेन की चपेट में आ जाने की वजह से हुआ था। हादसा सुहेला से लगे हथबंद रेलवे क्रॉसिंग पर हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, ऑल्टो कार पटरियों पर पहुंची तभी अचानक सामने से ट्रेन आ गई। ट्रेन के इंजन से टकराकर कार दूर गिरी और क्षतिग्रस्त हो गई। कार में 8 लोग सवार थे। घायलों को सुहेला के सामुदायिक अस्पताल पहुंचाया गया। वहां से रायपुर के अंबेडकर अस्पताल रेफर कर दिया गया। रात में कार के क्षतिग्रस्त हो जाने की वजह से एक बुजुर्ग और महिला का शव अंदर ही फंस गया था। उसे मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया।
पिता, बेटी, बहू की मौत
जांच में कुछ देर बाद पता चला कि जिस बुजुर्ग और महिला की मौत हुई वो 65 साल के बलौदाबाजार निवासी बाबूलाल देवांगन, उनकी 40 साल की बेटी ईश्वरी देवांगन हैं। घायलों में शामिल बाबूलाल की बहू मंजू की मंगलवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। मंजू का पति योगेश देवांगन भी कार में था। योगेश बाबूलाल का भतीजा है। हादसे में मारे गई ईश्वरी के पति और बाबूलाल के दामाद मालिक राम भी कार में थे।
जानकारी के मुताबिक परिवार तिल्दा के सोमनाथ मंदिर में सावन के आखिरी सोमवार को भगवान शिव के दर्शन करके लौट रहा था। कार योगेश ड्राइव कर रहा था। लौटते हुए बाबूलाल को हिरमी में अपने किसी रिश्तेदार से मिलने का मन किया। उसने योगेश को हिरमी की ओर चलने को कहा और तभी रेलवे ट्रैक पार करते वक्त हादसा हुआ।
मां के साथ आखिरी सफर
कार में बाबूलाल की बहू मंजू अपने दो बच्चों राहुल और दियांश के साथ ही थी। हादसे में इन बच्चों को भी चोट आई है अस्पताल में इलाज चल रहा है। मां के साथ परिवार के बड़े-बुजुर्गों के साथ इन बच्चों ने सोमवार को सफर किया वो शायद जिंदगी में कभी भूल न पाएं, इन बच्चों की मां मंजू को सिर में गंभीर चोट आई थी। हादसे में इन दोनों ने अपनी मां को खो दिया। घटना में बुजुर्ग के दामाद मालिक और अन्य रिश्तेदार कबीर को भी चोट आई है। कार चला रहे योगेश को मामूली खरोंचे आई हैं।