रायपुर। रायपुर में रविवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत कांवड़ यात्रा लेकर निकले। इस बीच एक अनोखा नज़ारा कैमरे में कैद हुआ। वाक्या राजेश मूणत के सियासी प्रतिद्वंदी कांग्रेस के विधायक विकास उपाध्याय से जुड़ा है।
गुढ़ियारी से होते हुए मूणत की कावड़ यात्रा सुंदरनगर पार करते हुए महादेव घाट की ओर बढ़ी। रास्ते में सजा-धजा मंच सभी कांवड़ियों का स्वागत कर रहा था। इस मंच पर मौजूद थीं शहर पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय की पत्नी संजना उपाध्याय। वह तमाम कांवड़ियों पर फूल बरसा रही थीं।
बीते शुक्रवार को संजना ने पति विधायक विकास उपाध्याय के साथ पूजा की थी।
हजारों लोगों की भीड़ के साथ निकली कांवड़ यात्रा के सूत्रधार राजेश मूणत थे। कांवड़ यात्रा में शामिल 80% भाजपा के नेता ही थे। सभी पर संजना ने फूलों की बारिश की। हाथ जोड़कर सबका स्वागत किया । गुलाब की पंखुड़ियां उड़ाईं और मैंगो जूस पीने को दिया।
मंच से कांवड़ियों का स्वागत।
मंच के करीब से गुजरते भाजपा नेताओं ने भी दोनों हाथ जोड़कर संजना को भाभी नमस्कार कहा। किसी ने हर हर महादेव तो बोल बम का भी नारा लगाया। संजना ने भी सभी का अभिवादन मुस्कुराते हुए स्वीकार किया।
यात्रा में बड़ी तादाद में महिलाएं शामिल थीं।
कुछ ही देर बाद भीड़ आगे बढ़ती चली गई और तिरंगे झंडे के साथ बोल बम का नारा लगाते हुए पूर्व मंत्री राजेश मूणत नजर आए। भीड़ में जैसे ही संजना ने मूणत को देखा तो दोनों हाथों हाथ जोड़कर नमस्कार किया। फूल की पंखुड़ियों से स्वागत किया। मूणत यह स्वागत देख खुद को रोक न सके। उन्होंने इशारे से संजना को मंच से नीचे आने और साथ चलने को कहा।
इसके बाद संजना मंच से नीचे उतरीं और मूणत के पास गईं। उन्होंने भगवा चोला पहना कर मूणत का स्वागत किया । मूणत के आग्रह पर संजना भी इस कांवड़ यात्रा में शामिल हुईं। कुछ दूर बोल बम का नारा लगाते साथ चलीं।
भाजपा नेता ने कहा भाभी नमस्ते…।
कांवड़ यात्रा में शामिल भाजपा के कार्यकर्ता और नेताओं के लिए कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय की टीम ने पीने के पानी, फ्रूट जूस, फूल की मालाओं से स्वागत का सारा बंदोबस्त कर रखा था । कुछ देर के लिए सुंदर नगर की सड़क सियासी प्रतिद्वंद्विता भूल कर शिव भक्ति में डूबे दोनों दलों के नेताओं से भरी दिखी।
पुष्प वर्षा।
इसी सड़क से होते हुए राजेश मूणत की यह कांवड़ यात्रा महादेव घाट के हाटकेश्वर नाथ मंदिर में जाकर समाप्त हुई । जहां पर बड़ी तादाद में कांवड़ियों ने भगवान शिव पर जल अर्पण किया। आयोजकों का दावा है कि 10000 से अधिक लोग इस कावड़ यात्रा में शामिल हुए थे।