रायपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले 10 दिनों से बरसात की झड़ी बंद हुई थी। यह मानसून ब्रेक की स्थिति थी। जो अब खत्म हो चुकी है। बुधवार शाम से कई क्षेत्रों में बरसात हुई है। मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि अगस्त महीने में भी प्रदेश के अधिकांश जिलों में सामान्य बारिश होगी। इस सप्ताह 6, 7 और 8 तारीख को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में सामान्य से भारी स्तर की बरसात होने की संभावना जताई जा रही है।
मौसम विज्ञानी एच.पी. चंद्रा ने बताया, मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर अमृतसर, चंडीगढ़, बरेली, फुरसतगंज, वाराणसी, डाल्टनगंज, बालासोर, और उसके बाद पूर्व-दक्षिण- पूर्व की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। बीच में मानसून ब्रेक की जो स्थिति बनी थी वह खत्म हो गई है। कई स्थानीय मौसमी तंत्र भी सक्रिय हो रहे हैं। इसकी वजह से अगले तीन-चार दिनों में बरसात की गतिविधियां बढ़ने की संभावना प्रबल हो गई हैं। इस सप्ताह 6, 7 और 8 अगस्त को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में अच्छी बारिश का संयोग बनता दिख रहा है। उन्होंने बताया, उसके बाद भी बरसात की स्थिति बनी रहेगी। मौसम विज्ञानी ने बताया, 4 अगस्त को प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात होने की भी सम्भावना है।
अब तक 606 मिलीमीटर पानी गिरा
छत्तीसगढ़ में एक जून से 4 अगस्त की सुबह 8.30 बजे तक औसतन 606 मिलीमीटर पानी बरस चुका है। यह 10 साल के सामान्य औसत 622.9 मिलीमीटर से तीन प्रतिशत कम है। औसत से 19-20% कम अधिक बरसात को सामान्य ही माना जाता है। इस लिहाज से छत्तीसगढ़ में औसत बरसात सामान्य रही है। 14 जिलों में बरसात सामान्य है। वहीं 5 जिलों में अधिक और एक जिले बीजापुर में बहुत अधिक पानी बरसा है। बीजापुर में सामान्य से 122% अधिक पानी गिरा है।
आठ जिले सूखे, जिसमें पांच सरगुजा संभाग के
प्रदेश के आठ जिलों में सामान्य से कम पानी बरसा है। यानी इन जिलों में सूखे से हालात हैं। इसमें पांच जिले तो सरगुजा संभाग के ही हैं। सरगुजा जिले में अब तक केवल सामान्य औसत का 38% पानी गिरा है। वहां 701 मिमी औसत बरसात होती है। इस बार अब तक केवल 266.9 मिमी पानी बरसा है। जशपुर, बलरामपुर, सूरजपुर, कोरिया जिले में भी कम पानी बरसा है। वहीं बिलासपुर संभाग के कोरबा में 30% कम बरसात हुई है। रायपुर जिले में 35% और दुर्ग संभाग के बेमेतरा में 29% कम बरसात दर्ज हुई है।
इन तहसीलों में अधिक संकट
लुण्ड्रा, दरिमा, बतौली, प्रतापपुर एवं बिहारपुर, शंकरगढ़, रामानुजगंज और राजपुर, अम्बिकापुर, मैनपाट, सीतापुर, लटोरी, बलरामपुर, कुसमी, वाड्रफनगर, दुलदुला, जशपुर, पत्थलगांव, सन्ना, कुनकुरी, कांसाबेल, रायपुर, आरंग, सोनहत, दर्री, बेरला, गादीरास, कोंटा।