जवाहिरी से भी खूंखार दरिंदा है अलकायदा का उत्तराधिकारी, खुद को कहता है इंसाफ की तलवार 

सैफ-अल-अदेल

सैफ-अल-अदेल – फोटो : सोशल मीडिया

नई दिल्ली। ओसामा-बिन-लादेन की मौत के बाद अल-जवाहिरी अलकायदा की गद्दी पर बैठा था। अब उसकी भी मौत के बाद यह चर्चा तेज हो गई है कि इस आतंक की फैक्टरी अलकायदा का अगला चीफ कौन होगा। यूं तो इस आतंकी संगठन के पास खूंखार आतंकियों की कमी नहीं है, लेकिन ऐसा आतंकी भी है, जो अब इस संगठन के उत्तराधिकारियों की लिस्ट में सबसे ऊपर है। 

अलकायदा के उत्तराधिकारियों में सैफ अल-अदेल का नाम चर्चा में है। अल-अदेल अलकायदा के संस्थापक सदस्यों में से एक है और संगठन में इसकी तूती भी बोलती है। जानकारी के मुताबिक, अल-अदेल ओसामा-बिन-लादेन और अल-जवाहिरी का करीबी भी माना जाता है। हालांकि, उसके बारे में बहुत कम ही जानकारी दुनिया के सामने आ पाई है। माना जाता है 9/11 आतंकी हमले में इसका भी हाथ था। 

खुद को कहता है न्याय की तलवार 

अल अदेल आतंक की दुनिया का पुराना नाम है। वह मिश्र की सेना का पूर्व अधिकारी रह चुका है। वह खुद को ‘स्वॉर्ड ऑफ जस्टिस'(न्याय की तलवार) भी कहता है। अल-अदेल इतना खूंखार है कि एफबीआई ने उसे मोस्ट वांटेट की सूची में शामिल किया है और उसके सिर पर 10 मिलियन का इनाम भी है। अब इसे ही अलकायदा का अगला उत्तराधिकारी माना जा रहा है। 1980 के दशक के अंत में  वह आतंकवादी समूह मकतब अल-खिदामत में शामिल हो गया था। 

30 की उम्र में फैलाई थी दहशत

अल-अदेल जब 30 वर्ष का था, तभी उसने सोमालिया के मोगादिशु में 1993 के कुख्यात ‘ब्लैक हॉक डाउन’ ऑपरेशन को अंजाम दिया था। इस ऑपरेशन में 19 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे। इसके बाद सैनिकों के शवों को सड़क पर घसीटा गया था। 2011 में ओसामा बिन लादेन की हत्या के बाद से, अल-अदेल अलकायदा के भीतर एक महत्वपूर्ण रणनीतिकार बन गया।