ईरान की इजराइली शहरों में रातभर बमबारी, नेतन्याहू बोले- ‘खामेनेई की हत्या से होगी जंग खत्म’

इजराइली शहरों पर ईरानी एयर स्ट्राइक की यह फुटेज सुप्रीम लीडर खामेनेई ने सोशल मीडिया पर शेयर की है। - Dainik Bhaskar

इजराइली शहरों पर ईरानी एयर स्ट्राइक की यह फुटेज सुप्रीम लीडर खामेनेई ने सोशल मीडिया पर शेयर की है।

तेहरान/तेल अवीव। इजराइल और ईरान के बीच 5वें दिन भी संघर्ष जारी रहा। इजराइल ने तेहरान पर सोमवार रात कई बार एयरस्ट्राइक की। वहीं, ईरान ने इजराइल की राजधानी तेल अवीव और हाइफा पर बमबारी की।

वहीं, इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग खत्म करने को लेकर कहा कि खामेनेई की हत्या से जंग बढ़ेगी नहीं, बल्कि खत्म होगी।

इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान की राजधानी तेहरान में रहने वाले सभी लोगों को तुरंत शहर खाली करने की चेतावनी जारी की। उन्होंने मंगलवार (भारतीय समय के मुताबिक) को कहा कि ईरान का न्यूक्लियर डील साइन न करना मूर्खता है।

इजराइली हमलों में अब 224 ईरानी मारे जा चुके है, जबकि 1,481 लोग घायल हुए हैं। वहीं, इजराइल में अब तक 24 लोग मारे गए हैं, जबकि 600 से ज्यादा घायल हैं।

इजराइल-ईरान संघर्ष के 5 फुटेज…

इजराइली एयरफोर्स ने ईरान के नेशनल टीवी के ऑफिस पर बमबारी की, जिसके बाद एंकर स्टूडियो से भागती दिखाई दी।

इजराइली एयरफोर्स ने ईरान के नेशनल टीवी के ऑफिस पर बमबारी की, जिसके बाद एंकर स्टूडियो से भागती दिखाई दी।

इजराइल की राजधानी तेल अवीव पर ईरान के हमले के बाद काम कर रही रेस्क्यू टीम। (तस्वीर 16 जून की है।)

इजराइल की राजधानी तेल अवीव पर ईरान के हमले के बाद काम कर रही रेस्क्यू टीम। (तस्वीर 16 जून की है।)

इजराइल के पेटा टिकवा में ईरान का मिसाइल हमला। (फुटेज 16 जून की है।)

इजराइल के पेटा टिकवा में ईरान का मिसाइल हमला। (फुटेज 16 जून की है।)

इजराइल के ब्रेई ब्राक में ईरानी हमले के बाद की तस्वीर। (तस्वीर 16 जून की है।)

इजराइल के ब्रेई ब्राक में ईरानी हमले के बाद की तस्वीर। (तस्वीर 16 जून की है।)

इजराइल के साथ युद्ध की आशंका के चलते बढ़ी संख्या में लोग ईरान की राजधानी तेहरान से बाहर जा रहे हैं। (तस्वीर 16 जून की है।)

इजराइल के साथ युद्ध की आशंका के चलते बढ़ी संख्या में लोग ईरान की राजधानी तेहरान से बाहर जा रहे हैं। (तस्वीर 16 जून की है।)

ईरान की न्यूक्लियर साइट पर हमला कर सकता है अमेरिका: रिपोर्ट

न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इस बात पर विचार कर रहे हैं कि ईरान की फोर्डो न्यूक्लियर साइट पर हमला किया जाए या नहीं।

यह जगह जमीन के काफी नीचे है, और केवल अमेरिका के सबसे भारी बम ‘मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर (MOP)’ से ही इस पर हमला किया जा सकता है। इस बम को B-2 बमवर्षक विमान ही गिरा सकते हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, अगर अमेरिका ऐसा हमला करता है, तो वह सीधे तौर पर ईरान के साथ युद्ध में शामिल हो जाएगा।

हालांकि यह लेख ‘न्यूज’ की बजाय ‘एनालिसिस’ के तहत पब्लिश की गई है। इसमें यह नहीं बताया गया है कि यह जानकारी किसी स्पेशल सोर्स से मिली है या नहीं।

इजराइल ने ईरान के फोर्डो साइट पर 13 जून को भी हमला किया था।

इजराइल ने ईरान के फोर्डो साइट पर 13 जून को भी हमला किया था।

अमेरिका ने अपने सबसे घातक बम बरसाने वाले विमान B-2 स्पिरिट बॉम्बर की 30% फ्लीट हिंद महासागर में एक छोटे से द्वीप डिएगो गार्सिया में तैनात कर रखी है। 29 मार्च को अमेरिका के ‘प्लैनेट लैब्स’ ने कुछ सैटेलाइट इमेज जारी कीं। इनमें दिखाया गया कि हिंद महासागर में ब्रिटेन के अधिकार वाले इलाके डिएगो गार्सिया में कम से कम चार B-52 बॉम्बर प्लेन तैनात किए गए हैं।