
जम्मू। पाकिस्तानी सैनिकों ने फिर से सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन किया है। देर रात जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सीमा पार से गोलाबारी की। इसके बाद रात में ही पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी और अखनूर इलाकों में गोलाबारी की।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, 7 से 8 मई की रात को पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी और अखनूर इलाकों में नियंत्रण रेखा के पार छोटे हथियारों और तोपों से बिना उकसावे के गोलाबारी की। भारतीय सेना ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया है।

पाकिस्तानी की गोलाबारी में क्षतिग्रस्त मकान – फोटो : पीटीआई
आतंक का फन कुचलने से बौखलाया पाकिस्तान, रिहायशी क्षेत्रों में दागे गोले, चार बच्चों समेत 15 की मौत, 57 घायल
इससे पहले, पहलगाम आतंकी हमले पर भारतीय सेनाओं के करारे जवाब से बौखलाई पाकिस्तानी सेना ने पुंछ, बारामुला, राजोरी जिले की नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास अग्रिम गांवों पर तोपों से मंगलवार पूरी रात भारी गोलाबारी की। पाकिस्तानी गोलाबारी में चार बच्चों समेत 15 नागरिकों की मौत हो गई, जबकि 57 लोग घायल हो गए। हालांकि, 12 मृतकों के नाम सामने आए हैं।

पाकिस्तानी की गोलाबारी में क्षतिग्रस्त मकान – फोटो : पीटीआई
तनाव के बीच आठ जिलों के स्कूल बंद रहे
कई इलाकों में गोलाबारी बुधवार दोपहर करीब दो बजे तक चली। हमारे जवानों ने पाकिस्तान की हर हिमाकत का मुंहतोड़ जवाब दिया। सेना की जवाबी कार्रवाई में कई पाकिस्तानी सैनिक ढेर हो गए। दर्जनों पाकिस्तानी चौकियां नष्ट हो गईं। तनाव को देखते हुए जम्मू संभाग के पांच और कश्मीर संभाग के तीन जिलों के स्कूल बंद रहे। जम्मू, श्रीनगर और लेह से हवाई सेवा एहतियात के तौर पर बंद रही। कटड़ा में हेलिकॉप्टर सेवा भी बंद कर दी गई। सभी सरकारी विभागों में अधिकारियों, कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।

पाकिस्तानी की गोलाबारी में क्षतिग्रस्त मकान – फोटो : पीटीआई
गोलाबारी में दर्जनों मकान क्षतिग्रस्त
आतंक का फन जिस तरह से भारतीय जांबाजों ने कुचला उससे आतंकियों को पालने-पोसने वाली पाकिस्तानी सेना फुफकारने लगी। बौखलाहट में पुंछ जिले के कई सीमावर्ती गांवों को निशाना बनाया। एलओसी से सटे बालाकोट, मेंढर, मनकोट, कृष्णा घाटी, गुलपुर, केरनी और यहां तक कि पुंछ जिला मुख्यालय पर तोपों से गोलाबारी की। इससे दर्जनों घरों और वाहनों को नुकसान पहुंचा। पाकिस्तान ने मंदिरों, गुरुद्वारों और मस्जिदों पर भी गोले दागे।

पाकिस्तानी की गोलाबारी में घायल अस्पताल में भर्ती – फोटो : पीटीआई
बारामुला जिले के उड़ी सेक्टर में सीमा पार से की गई गोलाबारी में पांच बच्चों समेत दस लोग घायल हो गए। वहीं, राजोरी जिले के ठंडीकस्सी, इरा दा खेत्र, गंभीर ब्राह्मण आदि गांवों में पाकिस्तान ने गोले दागे। चार लोग घायल हुए हैं। पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास स्थित गुरुद्वारा साहिब को पाकिस्तान ने निशाना बनाया। चार लोगों की जान चली गई। पुंछ बस स्टैंड पर भी गोलाबारी हुई, जिससे कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।

पाकिस्तानी की गोलाबारी में घायल अस्पताल में भर्ती – फोटो : पीटीआई
कुपवाड़ा जिले के करनाह सेक्टर में गोलाबारी के कारण कई घरों में आग लग गई। भारी गोलाबारी के कारण स्थानीय लोगों को पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। तनाव के बीच अखनूर क्षेत्र से सीमावर्ती इलाकों के कई लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की ओर चले गए।

पाकिस्तानी की गोलाबारी में घायल – फोटो : पीटीआई
जम्मू संभाग के पांच जिलों और कश्मीर संभाग के तीन जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद, परीक्षाएं स्थगित
तनाव को देखते हुए जम्मू संभाग के पांच जिलों जम्मू, सांबा, कठुआ, पुंछ, राजोरी और कश्मीर संभाग के तीन जिलों श्रीनगर हवाई अड्डे के आसपास व बारामुला, कुपवाड़ा में स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय बुधवार को बंद रहे। परीक्षाएं भी स्थगित रहीं।

पाकिस्तानी की गोलाबारी में घायल – फोटो : पीटीआई
अस्पताल, प्रशासन सब अलर्ट मोड पर
प्रदेश में सभी अस्पताल, पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर हैं। सीमावर्ती जिलों के डीसी, सभी वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस और जिला अधिकारियों के साथ प्रदेश के बॉर्डर जिलों की स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी सभी जिला उपायुक्tतों से बात कर सीमावर्ती जिलों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा।

पाकिस्तानी की गोलाबारी में क्षतिग्रस्त मकान – फोटो : पीटीआई
फायरिंग में मारे गए लोग
मोहम्मद जैन खान (10), जोया खान (12), मोहम्मद अकरम (40), बलविंदर कौर उर्फ रूबी (33), अमरीक सिंह (55), मोहम्मद इकबाल (45), रंजीत सिंह (48), अमरजीत सिंह (47) शकीला बी (40), मरियम खातून (7), विहान भार्गव (13), मोहम्मद रफी (40)

घर में दिखे गोलीबारी के निशान
2018 के बाद सीमा पर सबसे ज्यादा नुकसान
भारत और पाकिस्तान के बीच 25 फरवरी 2021 को संघर्ष विराम समझौता हुआ था। इसके बावजूद पाकिस्तान ने लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। संघर्ष विराम से पहले सीमा पार से होने वाली फायरिंग में सबसे बड़ा नुकसान वर्ष 2018 में हुआ था। तब सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तानी गोलाबारी में 30 नागरिकों की मौत हो गई थी। 2019 में 18 और 2020 में 15 नागरिकों की मौत हुई थी।

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा – फोटो : डीपीआईआर, जम्मू कश्मीर
हर स्थिति पर बारीकी से नजर
मैं स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा हूं। सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। जिला उपायुक्तों को संवेदनशील क्षेत्रों से ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने और बोर्डिंग, लॉजिंग, भोजन, चिकित्सा और परिवहन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। हम हर नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।– मनोज सिन्हा, उप राज्यपाल

सीएम उमर अब्दुल्ला – फोटो : ANI
एकजुट और दृढ़ रहें
मौजूदा घटनाक्रमों के मद्देनजर, मैंने सभी डीसी को तत्काल आकस्मिक निधि जारी करने का निर्देश दिया है। अधिकारियों को गलत सूचनाओं का मुकाबला करने और जनता से केवल सत्यापित स्रोतों पर भरोसा करने का आग्रह करने का निर्देश दिया गया है। आइए, एकजुट और दृढ़ रहें। हम नियंत्रण रेखा की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। आवश्यकतानुसार तैयारी कर रहे हैं। आकस्मिक निधि जारी कर रहे हैं। गृहमंत्री से भी इसे लेकर बात हुई है। -उमर अब्दुल्ला, मुख्यमंत्री