
नई दिल्ली । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पहलगाम आतंकी हमले की जांच शुरू कर दी है। फोरेंसिक और अन्य विशेषज्ञों की मदद से एनआईए की टीमें पहलगाम के वायसरन इलाके में सबूत जमा करने में जुटी हैं। अधिकारियों ने बताया कि एनआईए ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर जांच आधिकारिक रूप से संभालते हुए रविवार को जम्मू में इस संदर्भ में मामला दर्ज किया। इससे पहले स्थानीय पुलिस की सहायता के लिए एनआईए के महानिरीक्षक (आईजी) के नेतृत्व में एक टीम बुधवार को घटनास्थल पर पहुंची थी।

Pahalgam Terror Attack – फोटो : पीटीआई
अधिकारियों के अनुसार, एक पुलिस महानिरीक्षक, एक पुलिस उपमहानिरीक्षक और एक पुलिस अधीक्षक की निगरानी में गठित एनआईए की टीमें हमले के प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ शुरू कर चुकी हैं। कश्मीर के सबसे भयावह आतंकी हमलों में से एक को अंजाम देने से जुड़े घटनाक्रम का पता लगाने के लिए चश्मदीदों से गहन पूछताछ की जा रही है। टीम आतंकियों के बारे में सुराग हासिल करने के लिए प्रवेश और निकास बिंदुओं की भी जांच कर रही हैं। साथ ही फोरेंसिक और अन्य विशेषज्ञों की मदद से वे पूरे इलाके की छानबीन में भी जुटी हैं।

Pahalgam terror attack – फोटो : पीटीआई
पीड़ित परिवारों के बयान दर्ज किए
एनआईए अधिकारियों की टीमें आतंकी हमले में बचे लोगों से जानकारी जुटाने के लिए देशभर का दौरा कर रही हैं। टीमों ने महाराष्ट्र, ओडिशा और पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों में पीड़ित परिवारों के बयान दर्ज किए हैं।

हमले के बाद सुरक्षाबल – फोटो : पीटीआई
सात हो सकती है आतंकियों की संख्या
एनआईए की प्रारंभिक जांच के अनुसार, हमले में शामिल आतंकियों की संख्या पांच से सात हो सकती है। हमलावरों को पाकिस्तान में प्रशिक्षित दो स्थानीय आतंकियों से भी मदद मिली है।

हमले के बाद सुरक्षाबल – फोटो : पीटीआई
पर्यटकों पर आतंकी हमला, 26 की नृशंस हत्या
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर 26 लोगों की नृशंस हत्या कर दी। सेना की वर्दी में आए दहशतगर्दों ने पहलगाम की बायसरन घाटी में पर्यटकों से पहले उनका धर्म पूछा, परिचय पत्र देखे और फिर हिंदू हो कहकर गोली मार दी। 26 मृतकों में ज्यादातर पर्यटक हैं, जबकि दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक शामिल हैं।

हमले के बाद सुरक्षाबल – फोटो : पीटीआई
टीआरएफ ने ली हमले की जिम्मेदारी
हमले में करीब 14 लोग घायल हुए हैं। इस कायराना हमले की जिम्मेदारी पहले पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े गुट द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली थी। हालांकि बाद में टीआरएफ ने सफाई दी थी कि हमले से हमारा कोई वास्ता नहीं हैं। इस हमले को अंजाम नहीं दिलाया। फरवरी, 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर में यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है। उस हमले में सीआरपीएफ के 47 जवान मारे गए थे।

इसी साल 12 फरवरी को शुभम और ऐशन्या की शादी हुई, यह फोटो तभी की है। – फोटो : परिजन
जम्मू-कश्मीर सरकार देगी हर मृतक के परिवार को 10 लाख
जम्मू-कश्मीर सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए हर व्यक्ति के परिवार को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। इसके साथ ही राज्य सरकार गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों के लिए 1 लाख रुपये की अनुग्रह की अनुग्रह राशि देगी।