राम नवमी : राम मंदिर के बाहर लगी लंबी कतारें, ड्रोन से हुई सरयू जल की बारिश; 12 बजे होगा सूर्य तिलक

अयोध्या। पवित्र सरयू में स्नान के साथ अयोध्या में रामनवमी पर्व के उत्सव का आगाज हो गया। सुबह से ही देश-विदेश से पहुंचे श्रद्धालु सरयू में आस्था की डुबकी लगाने के लिए विभिन्न घाटों पर पहुंचने लगे हैं। घाटों पर भारी भीड़ है। जय श्री राम का उद्घोष लगाते हुए श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं। सरयू स्नान के बाद श्रद्धालुओं का कारवां नागेश्वर नाथ, हनुमानगढ़ी, कनक भवन और राम मंदिर की ओर रवाना हो रहा है। सरयू के घाटों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। जल पुलिस के साथ एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की तैनाती की गई है। राम मंदिर में दर्शन पूजन का दौर शुरू हो गया है। मंदिर परिसर के बाहर भक्तों की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। राम मंदिर के साथ हनुमान गढ़ी में भी बड़ी संख्या में भक्त दिख रहे हैं। 

ऐसे होगा जन्मोत्सव का कार्यक्रम 
रामलला के दरबार में थोड़ी देर में जन्मोत्सव के कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। सबसे पहले रामलला का अभिषेक किया जाएगा। यह करीब एक घंटे चलेगा। इसके बाद पर्दा पड़ जाएगा और भोग प्रसाद लगाया जाएगा। 10 मिनट के ठहराव के बाद फिर रामलला का श्रृंगार किया जाएगा। इसकी अवधि भी एक घंटे के करीब होगी। इसके बाद फिर 10 मिनट के लिए ठहराव आएगा। भोग प्रसाद लगेगा और फिर ठीक दोपहर 12:00 बजे रामलला का जन्म होगा। इस दौरान सूर्य की किरणों से रामलला के ललाट पर तिलक किया जाएगा। उनके मस्तक पर सूर्याभिषेक होगा। इस पल की साक्षी पूरी दुनिया बनेगी। विभिन्न माध्यमों से इसका लाइव प्रसारण किया जाएगा। अयोध्या में जगह-जगह एलईडी से लाइव प्रसारण के इंतजाम किए गए हैं। राम मंदिर के बाहर भी इसे विभिन्न स्थानों पर देखा जा सकेगा। इस दौरान जो श्रद्धालु राम मंदिर में मौजूद रहेंगे, वह इसके साक्षात दर्शन करने के सौभाग्यशाली बनेंगे।

12 बजे होगा सूर्य तिलक 
रामलला के दरबार में रामजन्मोत्सव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस साल रामनवमी के दिन, जब रामलला का जन्मोत्सव मनाया जाएगा, ठीक उसी समय सूर्य तिलक भी होगा। तीन शुभ योग रवि योग, सर्वार्थसिद्धि योग और सुकर्मा में रामलला का सूर्य तिलक किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण अवसर पर शनिवार को लगातार तीसरे दिन सूर्य तिलक का सफल ट्रायल किया गया।

शनिवार की दोपहर ठीक 12 बजे सूर्य की किरणों ने रामलला के मस्तक को आलोकित किया और यह प्रक्रिया लगभग चार मिनट तक चली। रविवार को भी सूर्य तिलक की यही प्रक्रिया चार मिनट तक चलेगी। इसके लिए मंदिर के ऊपरी तल पर रिफ्लेक्टर और लेंस स्थापित किए गए हैं। ताकि सूर्य की किरणें सटीक रूप से रामलला के ललाट पर पहुंच सकें। सूर्य की रश्मियां लेंस के माध्यम से दूसरे तल के मिरर पर पहुंचेंगी और फिर इन किरणों का टीका 75 मिलीमीटर के आकार में रामलला के ललाट पर दैदीप्तिमान होगा। यह प्रक्रिया सूर्य की गति और दिशा पर निर्भर करेंगी। सूर्य तिलक के साथ-साथ रामलला का अभिषेक, श्रृंगार और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का लाइव प्रसारण किया जा  जाएगा, ताकि देश-दुनिया के भक्त इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बन सकेंगे। 

चप्पे-चप्पे पर होगी सुरक्षा व्यवस्था 

रामनवमी पर्व की पूर्व संध्या पर अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष तैयारियां की गई हैं। आरपीएफ के जवानों ने शनिवार को इंस्पेक्टर यशवंत सिंह के नेतृत्व में स्टेशन परिसर में फ्लैग मार्च कर यात्रियों में सुरक्षा का अहसास कराया।

स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 200 आरपीएफ जवानों को तैनात किया गया है। यात्रियों के प्रवेश के लिए तीन एंट्री गेट बनाए गए हैं, जबकि निकासी के लिए दो गेट और एक आपातकालीन गेट निर्धारित किया गया है। पूरे स्टेशन परिसर में 235 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है और संदिग्ध व्यक्तियों से लगातार पूछताछ की जा रही है। किसी भी यात्री को ट्रैक पार करने की अनुमति नहीं दी जा रही है।

भीड़ प्रबंधन के लिए बनाए गए होल्डिंग एरिया
भीड़ प्रबंधन के लिए स्टेशन के पास तीन होल्डिंग एरिया भी बनाए गए हैं, जहां भीड़ अधिक होने पर यात्रियों को अस्थायी रूप से रोका जाएगा और फिर क्रमबद्ध तरीके से स्टेशन में प्रवेश दिया जाएगा। इंस्पेक्टर यशवंत सिंह ने बताया कि यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। रामनवमी मेले को लेकर अयोध्या रेलवे स्टेशन पूरी तरह तैयार है और किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाने के लिए हर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है।

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अयोध्या में सरयू स्नान करते भक्त। 

 रामनवमी मेला क्षेत्र को जोन और सेक्टरों में विभाजित करते हुए मजिस्ट्रेट व पुलिस अफसरों की तैनाती कर दी गई है। रामनवमी मेला व श्रीराम जन्मोत्सव के दौरान अयोध्या आ रहे श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन व अन्य व्यवस्थाओं के लिए प्रशासन की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या न हो, इसको ध्यान में रखते हुए सभी प्रबंध किए गए हैं।

कमिश्नर गौरव दयाल ने बताया कि महाकुंभ के दौरान भीड़ नियंत्रण के लिए किए गए नवाचारों से अनुभव लेते हुए भीड़ नियंत्रण और श्रद्धालुओं को सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए तैयारियां की गई हैं। श्रद्धालुओं को धूप व गर्मी से बचाने के लिए राम मंदिर व हनुमानगढ़ी दर्शन मार्ग सहित अयोध्या धाम के प्रमुख स्थलों पर छाया के लिए छाजन व दरी की व्यवस्था की गई है। साथ ही श्रद्धालुओं को शीतल पेयजल सभी प्रमुख स्थलों पर उपलब्ध पर रहे, यह भी सुनिश्चित कराया गया है।

अयोध्या मेला क्षेत्र को जोन व सेक्टर में बांटकर जोनल मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट व इनके काउंटर पार्ट पुलिस के राजपत्रित अधिकारियों की तैनाती भी की गई है। गर्मी को देखते हुए इन सभी अधिकारियों के पास व मेला क्षेत्र में बनाए गए सभी अस्थायी स्वास्थ्य केंद्रों पर ओआरएस की भी व्यवस्था की गई है। अयोध्या धाम के मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की ओर से 14 स्थानों पर अस्थायी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाते हुए वहां पर पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों की तैनाती की गई है।

इसी तरह सात स्थानों पर 108 एम्बुलेंस की भी व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई है, जिससे कि आकस्मिक स्थिति में इनका तत्काल उपयोग किया जा सके। मेला क्षेत्र में सफाई व्यवस्था के लिए नगर निगम की ओर से सफाई कर्मियों की टीम तैनात करते हुए सुबह, दोपहर व शाम को नियमित सफाई के लिए निर्देशित किया गया है।

जन्मोत्सव लाइव देख सकेंगे श्रद्धालु

श्रीराम जन्मोत्सव का लाइव प्रसारण सूचना विभाग की ओर से स्थापित फिक्स एलईडी व विभिन्न स्थानों पर एलईडी डिस्प्ले बोर्ड के माध्यम से दूरदर्शन की ओर से जारी किए गए लाइव लिंक के अनुसार किया जाएगा। इससे अयोध्या आने वाले श्रद्धालु श्रीराम जन्मोत्सव को देख सकेंगे। कमिश्नर ने अयोध्या आने वाले सभी श्रद्धालुओं से प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्थाओं में सहयोग करने व किसी भी प्रकार की समस्या होने पर मौके पर तैनात अधिकारियों से सहयोग लेने की अपील की है।

ड्रोन से भक्तों पर छोड़ी गई सरयू जल की फुहार

श्रद्धालुओं पर ड्रोन से सरयू जल की फुहार छोड़ने का ट्रायल शनिवार को हुआ। देर शाम को ड्रोन से रामपथ पर सरयू जल की फुहार श्रद्धालुओं पर डाली गई। यह पहली बार है जब श्रद्धालुओं पर आसमान से सरयू जल की वर्षा की जा रही है। रामनवमी पर भी श्रद्धालुओं पर ड्रोन से सरयू जल की फुहार छोड़ी जाएगी