
मुंबई । बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मौत के मामले में नया मोड़ आया है। दिशा की मौत के करीब पांच साल बाद अब उनके पिता सतीश सालियान ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। इसमें उन्होंने बेटी की रहस्यमयी मौत के मामले में फिर से जांच की मांग की है।
दिशा सालियान की मौत के पांच साल बाद पिता सतीश के हाईकोर्ट पहुंचने पर शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं ने सवाल उठाए हैं और इसे साजिश करार दिया है। दूसरे दलों के नेताओं ने भी मामले पर टिप्पणी की है। ऐसे में यह जानना अहम है कि आखिर दिशा सालियान कौन थीं? उनकी मौत का मामला क्या है? इस मामले में अब तक क्या-क्या हुआ है? इस पूरे मामले में अब सियासत क्यों रही है? आइये जानते हैं…
अब क्यों राजनीति के केंद्र में आया दिशा सालियान की मौत का मामला?
दिशा सालियान के पिता के बॉम्बे हाईकोर्ट जाने के बाद यह मामला फिर से सुर्खियों में है। दिशा के पिता ने अपनी याचिका में शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे को मामले में आरोपी बनाने की मांग की है। उन्होंने मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की भी गुहार लगाई है। इस याचिका के बाद शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा, “मैंने पुलिस जांच देखी है, और यह एक दुर्घटना थी, हत्या नहीं… उनके पिता ने घटना के पांच साल बाद याचिका दायर की है। पूरा राज्य इस याचिका के पीछे की राजनीति जानता है… ये लोग औरंगजेब के मुद्दे पर पनप नहीं पाए, जिसका असर उनके खिलाफ हो गया। औरंगजेब के मुद्दे से अपना पल्ला झाड़ने के लिए वे दिशा सालियान मामले को हवा दे रहे हैं… यह गंदी राजनीति हमारे राज्य का नाम बदनाम कर रही है। यह एक युवा नेता का नाम खराब करने की कोशिश है जो अच्छा काम कर रहा है।”
छवि धूमिल करने की कोशिश, अदालत में दूंगा जवाब: आदित्य ठाकरे
वहीं, शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने दिशा सालियन की मौत मामले में अपने खिलाफ लग रहे आरोपों को छवि धूमिल करने की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि वे अदालत में अपना पक्ष रखेंगे। आदित्य ने कहा, सच अदालत में सामने आएगा। मैंने पहले भी कहा है कि यह मामला राजनीतिक हथियार बनाया जा रहा है।
दूसरे दलों को इस पर क्या कहना है?
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री संजय शिरसाट ने कहा, “सालियान की मौत संदिग्ध थी। आज उनके पिता ने खुलकर बात की है। उन्होंने अब हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इस मामले में दोषी पाए जाने वालों को जेल भेजा जाएगा।”
एनसीपी-एससीपी विधायक रोहित पवार ने कहा, “दिशा सालियान के पिता कोर्ट गए हैं। उन्होंने आदित्य ठाकरे का नाम लिया है, लेकिन हमें यकीन है कि आदित्य ठाकरे का इससे कोई लेना-देना नहीं है। हम उनके साथ हैं, लेकिन कोर्ट को फैसला करने दें… अगर कोई व्यक्ति न्याय पाने की कोशिश कर रहा है, तो उसे न्याय मिलना चाहिए, लेकिन आप भाजपा को देखें, तो वे अब इस पर राजनीति करना शुरू कर देंगे। चार साल पहले सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की थी। आत्महत्या के तुरंत बाद बिहार में ऐसे बैनर सिर्फ बिहार चुनाव के लिए लगाए गए थे। अब चार साल बाद भाजपा इस मुद्दे को आगे ले जाएगी क्योंकि बिहार में चुनाव हैं और 6 महीने बाद मुंबई में चुनाव हैं।”
महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत ने कहा, “इस पर राजनीतिक टिप्पणी करना और राजनीति करना सही नहीं है।” वहीं राज्य के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा, “माननीय अदालत के आदेश का पालन किया जाएगा।”
एनसीपी-एससीपी नेता और राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा, “मैं दिशा सालियान के पिता की ओर से दायर याचिका पर जानकारी ले रहा हूं। यह सब अब एक साजिश का हिस्सा लग रहा है।”
कौन थीं दिशा सालियान?
कर्नाटक के उडुप्पी में जन्मीं दिशा सालियान पेशे से एक सेलिब्रिटी मैनेजर थीं। उन्होंने वरुण शर्मा, सुशांत सिंह राजपूत, भारती सिंह जैसे कई लोकप्रिय कलाकारों के साथ काम किया। इसके अलावा वह कई विज्ञापन एजेंसियों से भी जुड़ी रहीं। वह एक टेलीविजन अभिनेता को डेट कर रही थीं और मृत्यु से कुछ महीने पहले उनकी सगाई भी हुई थी। 8 जून 2020 को दिशा सालियान ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। इसके एक हफ्ते बाद 14 जून 2020 को सुशांत की मौत हुई थी।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, दिशा सालियान की मुंबई के मलाड (पश्चिम) में स्थित एक रिहायशी इमारत की 14वीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी। नियमों के तहत मामले में स्थानीय पुलिस ने जांच के बाद एक्सिडेंटल डेथ रिपोर्ट (एडीआर) दाखिल की थी। बताया जाता है कि दिशा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी गलत चीज का पता नहीं लगा था।
दिशा की मौत का मामला क्या है?
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के कुछ ही दिन बाद सोशल मीडिया पर कुछ ट्रेंड्स शुरू हुए। इनमें दिशा की मौत को लेकर कई अटकलें लगाई जाने लगीं। इनमें से कुछ पोस्ट्स में दावा किया गया कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या हुई है और उनकी हत्या किसी न किसी तरह दिशा सालियान की मौत के मामले से जुड़ी है। कुछ पोस्ट्स में तो यहां तक कहा गया कि दिशा सालियान की भी हत्या हुई है। इतना ही नहीं इस हत्याकांड में नेताओं के शामिल होने का दावा भी किया जाता रहा।
इस मामले में क्या-क्या हुआ, पिता ने पहले क्या कहा था?
दिशा सालियान की मौत के मामले में उनके पिता ने अगस्त में एक बयान जारी किया था। तब उन्होंने कहा था कि दिशा की मौत में कोई गलत चीज नहीं दिखी और वह पुलिस की जांच से पूरी तरह संतुष्ट हैं। इतना ही नहीं सतीश सालियान ने पुलिस से अपने परिवार की तरफ कोई असंवेदनशील काम करने वालों पर कार्रवाई की भी मांग की थी।
दिशा की मौत के मामले में अब तक जांच क्या हुई?
28 वर्षीय दिशा सालियान की मौत के बाद मुंबई पुलिस ने एक्सीडेंटल डेथ रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज की थी। अगस्त 2021 में पुलिस ने इस मामले में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी। पुलिस के मुताबिक मामले में साजिश का कोई सबूत नहीं मिले थे। पिछले महीने ही सुशांत मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दिशा सलियान की मौत को हादसा बताया था।
क्या यह मामला कोर्ट तक भी पहुंचा है?
अक्तूबर 2020 में उच्चतम न्यायालय में सुशांत सिंह राजपूत मामले के साथ ही दिशा के मामले की कोर्ट की निगरानी में जांच कराने की मांग की गई थी। तब कोर्ट ने सीबीआई जांच कराने की याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया था। अदालत ने याचिकाकर्ता से याचिका वापस लेने और इसके लिए बंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने को कहा था।
इसके अलावा बॉम्बे हाईकोर्ट में सीबीआई जांच की मांग की गई थी। सुशांत के दोस्त सुनील शुक्ला ने कहा था कि मुंबई पुलिस ने मामले की ठीक से जांच नहीं की और उनके पास ऐसे सबूत हैं, जो साबित कर सकते हैं कि दिशा ने आत्महत्या नहीं की थी, बल्कि यह हत्या थी। हालांकि, नवंबर 2020 में ही बॉम्बे हाईकोर्ट ने दिशा सालियान की मौत की सीबीआई जांच मांग करने वाली याचिका को खारिज कर दिया था। इस याचिका पर कोर्ट ने कहा था कि अगर किसी के पास दिशा की मौत को लेकर कोई सबूत है तो वह पुलिस से संपर्क कर सकता है।
राजनीतिक गलियारों में कैसे उलझा मामला?
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में हलचल अगले दो साल तक जारी रही। 2022 में महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी की सरकार गिरने और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में महायुति की सरकार बनने के बाद दिसंबर में सुशांत की मौत का मसला विधानसभा में गूंजा। तब शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक भरत गोगावले और भाजपा विधायक नितेश राणे ने विधानसभा में दिशा सालियान की मौत का मुद्दा भी उठाया और जांच की मांग की। इसके बाद सदन में विधायकों का हंगामा शुरू हो गया।
विधानसभा में मुद्दा उठता तो क्या था दिशा के पिता का रुख?
दिशा के पिता ने एसआईटी जांच के आदेश के बाद कहा था कि उन्होंने कभी यह नहीं कहा कि दिशा की हत्या हुई है। उन्होंने कहा, “कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि उन्होंने ही कहा था कि उनकी बेटी की हत्या हुई है। यह गलत है, मैंने कभी यह दावा नहीं किया कि मेरी बेटी की हत्या की गई है। वह गलती से गिर गई, जिससे उसकी मौत हो गई। दिशा ने न तो आत्महत्या की और न ही किसी ने उसकी हत्या की। हालांकि, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, इसलिए मैं ज्यादा कुछ नहीं कह सकता।”
एसआईटी ने अब तक क्या किया?
दिशा सालियान की हत्या के मामले में जांच कर रही एसआईटी ने जुलाई 2024 में नितेश राणे को बयान देने के लिए बुलाया था। एसआईटी ने उन्हें 12 जुलाई को मलवानीन पुलिस स्टेशन में पेश होने के लिए कहा। हालांकि, नितेश राणे पेश नहीं हुए। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “मैंने मुंबई के पुलिस कमिश्नर से अनुरोध किया है कि वह दिशा सालियान मामले में मेरा बयान लेने वाले अफसर को बदल दें। उनकी (अफसर की) पृष्ठभूमि और उनके संपर्कों को लेकर मेरा अपना मत है। कमिश्नर ने कहा है कि वह बदलाव करेंगे और मुझे इसकी जानकारी देंगे।”