
रायपुर । छत्तीसगढ़ विधानसभा में बजट सत्र के चौथे दिन शुक्रवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज की जासूसी का आरोप लगाकर कांग्रेसी विधायक नारेबाजी करते हुए गर्भ गृह तक पहुंच गए। सदन में नारे लगाए गए कि ED से डराना बंद करो जिसके बाद स्पीकर ने महंत सहित 20 कांग्रेसी विधायकों को सस्पेंड कर दिया। हालांकि 5 मिनट बाद ये सस्पेंशन खत्म कर दिया गया।

सदन में नारेबाजी करते हुए गर्भ गृह तक पहुंच गए कांग्रेसी विधायक, 20 को किया गया सस्पेंड
सदन में उमेश पटेल ने बताया, कि रायपुर में दंतेवाड़ा पुलिस के कुछ कर्मचारी और अधिकारियों को कांग्रेसियों ने पकड़ा है। इसे लेकर पूर्व सीएम भूपेश ने सोशल मीडिया पर दावा किया है, कि सरकार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज की जासूसी करवा रही है। पुलिसकर्मी उनके बंगले के बाहर रेकी करते मिले। घटना को लेकर विपक्ष के सदस्य सीट से उठकर नारेबाजी कर रहे थे।

कांग्रेसी विधायक नारे लगाते रहे।
इससे पहले डॉ रमन सिंह ने प्रश्नकाल चलाने की कोशिश की। उन्होंने लता उसेंडी को सवाल करने को कहा, लता उसेंडी ने स्वास्थ्य मंत्री से मेडिकल सप्लाई को लेकर सवाल किया। इस बीच डॉ रमन सिंह की मेज के करीब आकर कांग्रेसी विधायक नारेबाजी करते रहे।

अपनी जगह से उठकर सभी विधायक वेल में आकर नारे लगाते रहे।
डिजिटल अरेस्ट और साइबर ठगी में लोगों ने गंवाए 168 करोड़
सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होते ही अजय चंद्राकर ने साइबर ठगी और डिजिटल अरेस्ट का मुद्दा उठाया। उन्होंने पूछा कि 2024/25 में डिजिटल अरेस्ट के कितने मामले दर्ज हुए और साइबर ठगी की रकम कितनी है। सइबर ठगी रोकने और कार्रवाई के लिए पुलिस क्या कर रही है।
जवाब में गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि, डिजिटल अरेस्ट के प्रदेश में 12 प्रकरण हुए हैं। करीब 168 करोड़ रुपए की ठगी की गई है। इसमें से 5 करोड़ 20 लख रुपए से ज्यादा वसूली की गई है। बाकी बची राशि भी जल्द लौटाई जाएगी। डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि, खाते फ्रीज किए गए हैं उनमें और 4 करोड़ के करीब राशि है जो लोगों को दी जाएगी। 722 लोगों को चिन्हित किया गया है। 347 लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है।

अजय चंद्राकर ने डिजिटल अरेस्ट और साइबर ठगी का मुद्दा उठाया, उन्होंने गृहमंत्री विजय शर्मा से सवाल किए।
6 पुलिसकर्मी साइबर कमांडो की ट्रेनिंग ले रहे
विजय शर्मा ने कहा, कि नई सरकार ने साइबर भवन का निर्माण कराया, दो करोड़ 77 लाख की लागत से भवन तैयार किया गया है। यहां 51 लाख के सॉफ्टवेयर खरीदे गए, यूनिफाइड फॉरेंसिक डिवाइस, मोबाइल फॉरेंसिक किट डिटेक्शन, डिस्क स्टोरेज के लिए सिस्टम मौजूद है।
रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जगदलपुर और अंबिकापुर पांच रेंज में थानों को साइबर थाने के रूप में अपग्रेड किया गया है, जिलों में एक-एक साइबर सेल बनाए गए हैं। साइबर क्राइम के लिए स्पेसिफिक कोई नियुक्ति होती है। 6 पुलिसकर्मी साइबर कमांडो की ट्रेनिंग ले रहे है। 5 रेंज में साइबर थाने हैं और उसमें 69 लोग कार्यरत हैं। यह पहले से पुलिस में विभाग में कार्यरत लोग हैं जो एक्सपर्ट हो सकते हैं। 129 लोग स्पेशल ट्रेनिंग लिए और वह काम कर रहे हैं।

विजय शर्मा ने बताया कि CG पुलिस के 6 कर्मचारी साइबर कमांडो की ट्रेनिंग ले रहे हैं। साइबर ठगी रोकने अलग से कोई भर्ती नहीं होगी।
लोकतंत्र के प्रति भाजपा के अविश्वास का एक और उदाहरण- भूपेश बघेल
इससे पहले भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेट फॉर्म X पर पोस्ट कर लिखा है कि छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार को कौन सा डर सता रहा है कि विपक्ष के नेताओं की जासूसी करवा रही है?
रायपुर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के घर जासूसी करते हुए एक पुलिस अधिकारी को पकड़ा गया है। यह लोकतंत्र के प्रति भाजपा के अविश्वास का एक और उदाहरण है।
