छत्तीसगढ़: घासीदास जयंती के चलते शीतसत्र की अवधि में बदलाव की मांग, नेता प्रतिपक्ष डा. महंत ने कहा- ‘आगे बढ़ाएं तारीख’

रायपुर। नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत ने बाबा गुरू घासीदास जयंती के दौरान विधानसभा के शीतकालीन सत्र की अवधि में बदलाव की मांग की है। उन्होंने बाबा गुरु घासीदास जयंती की वजह से 18 दिसंबर के बाद सत्र की मांग की है।

दरअसल, छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है। यह सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा।

महंत ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा है कि 18 दिसंबर को बाबा गुरूघासीदास जी की जयंती है। इस दिन अवकाश रहेगा, लेकिन जयंती के व्यापक कार्यक्रमों के चलते प्रदेश के अधिकतर विधानसभा सदस्यों को अपने अपने क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रमों में उपस्थित होने में असुविधा होगी।

5 दिनों तक सदन की कार्रवाई चलेगी। इसमें 4 बैठकें होंगी। वित्तीय कार्य सदन में होंगे। इस सत्र के दौरान प्रदेश में धान खरीदी, सरकारी नौकरियों में भर्ती, कानून व्यवस्था के मुद्दे उठेंगे। जल्द ही भाजपा और कांग्रेस अपने-अपने विधायक दलों की बैठक भी सत्र को लेकर करेंगे।

सत्र की घोषणा के बाद से ही कांग्रेस विधायकों ने अवधि को लेकर एक बार फिर सवाल किये हैं। विधायकों का कहना है कि सत्र की अवधि बहुत कम है। इस कारण सत्र की अवधि बढ़ाई जाए। विधानसभा का शीतकालीन सत्र 16 से 20 दिसंबर तक होगा। सत्र के दौरान कुल चार बैठकें होंगी। सत्र में संशोधित अध्यादेश लाया जाएगा। इसके अलावा दूसरा अनुपूरक बजट भी पेश होगा।