कानपुर। बूढ़े से जवान बनाने के नाम पर 35 करोड़ की ठगी करने के जिस आरोपी राजीव दुबे को किदवईनगर पुलिस 17 दिनों से तलाश रही थी, सोमवार दोपहर वह खुद रिश्तेदार उत्कर्ष के साथ ई-रिक्शे में बैठकर डीसीपी साउथ कार्यालय पहुंच गया। बताया कि उसने कभी भी लोगों से मशीन इस्राइल की होने का दावा नहीं किया। न ही कहा कि यह मशीन बूढ़ों को जवान बना देती है। बस ये बताया था कि ऑक्सीजन थेरेपी से जवान करने की तकनीक इस्राइल की है।
बताया कि मशीन कानपुर देहात के रनियां में बनी है। ठगी करने की मंशा होती तो मशीन को कहीं और बनवाता। कहा कि उससे जुड़े सारे आरोप फर्जी हैं और सारी कहानियां उन लोगों ने खुद रची है। बताया कि पूरा खेल 18 लाख रुपये की ब्लैकमेलिंग का है।
सेल्स एग्जीक्यूटिव थी रिपोर्ट कराने वाली महिला
आरोपी राजीव ने बताया कि उसने किदवईनगर में रिवाइवल वर्ल्ड एजेंसी के नाम से दिसंबर 2022 में कंपनी खोली थी। 20 सितंबर को उसके खिलाफ किदवईनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने वाली रेनू सिंह चंदेल उसकी कंपनी में सेल्स एग्जीक्यूटिव थीं। कंपनी पिछले साल सितंबर में बंद हो गई तो रेनू ने उन्हें फोन कर पांच लाख की मांग की जो बाद में 10 व फिर 18 लाख तक पहुंच गई।
सबूत के तौर पर पेश किए ऑडियो
केस दर्ज कराने वाली रेनू के पैसे मांगने के कुछ ऑडियो भी राजीव ने अधिकारियों के सामने सबूत के तौर पर पेश किए। दावा किया कि मांग पूरी न होने पर रेनू ने रिपोर्ट दर्ज करा दी। राजीव का कहना है कि जिस काम में 35 करोड़ की ठगी का दावा किया गया है, उसका पूरा टर्नओवर ही 40 लाख से ज्यादा का नहीं है। कहा कि विदेश भागने की अफवाहें उड़ाई गईं जबकि उसका पासपोर्ट डेढ़ साल पहले ही एक्सपायर हो चुका है।
कंपनी का खाता खाली लेकिन 76 लाख का लेनदेन मिला
डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि आरोपी की रिवाइवल वर्ल्ड एजेंसी के नाम का एसबीआई में खाता मिला है। खाते में वैसे तो सिर्फ पांच सौ रुपये जमा है लेकिन इस खाते में पूर्व में 76 लाख के लेनदेन होने की जानकारी मिली है। दंपती के अन्य खातों की भी जांच चल रही है। अबतक की जांच में यह मामला 35 करोड़ से कम का ही लग रहा है। जांच पूरी होने के बाद तस्वीर साफ होगी।