लखनऊ। लखनऊ के चिनहट में डिलीवरी बॉय भरत कुमार प्रजापति की हत्या दोपहर करीब पौने तीन बजे की गई। पांच घंटे तक आरोपी लाश घर में रखे रहे। देर शाम साढ़े सात बजे कार में लाश रखकर 10 किलोमीटर दूर ले गए और नहर में फेंक दिया। इस दौरान सड़कों पर काफी ट्रैफिक थी। कई पुलिस चौकी और पिकेट पॉइंट पार किए, लेकिन किसी को जरा भी भनक नहीं लगी।
गुमशुदगी दर्ज होने के बाद भरत के भाई ने सीएम और मुख्य सचिव को पत्र लिखकर गुहार लगाई थी कि उनके भाई की तलाश जल्द से जल्द कराई जाए। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है। साथ ही पुलिस डिलीवरी बॉय भरत कुमार प्रजापति की लाश को तलाश रही है। अभी मामले में कई और खुलासे होने हैं।
आरोपी आकाश ने बताया कि उससे मोबाइल और कैश छीनने के बाद वहां से धक्का देकर भगाने लगे, लेकिन वह बाहर जाने को तैयार नहीं हो रहा था। जब उसने विरोध किया तो आकाश और गजानन उसको घर के भीतर ले गए। जमकर पीटा और फिर गला घोंट दिया। हत्या के बाद वह समझ नहीं पा रहे थे कि लाश कैसे ठिकाने लगाएं।
आकाश बोला कि क्राइम पेट्रोल में कई ऐसे एपिसोड देखे थे जिसमें लाश को नदी आदि में ठिकाने लगाते दिखाया गया था। इसलिए दिमाग में वही आया। इसलिए उसको उसी के बैग में भरा और कार से लेकर जाकर नहर में शव फेंक दिया। पुलिस के अनुसार, भरत का मोबाइल आरोपी आकाश के कब्जे से बरामद हुआ है।
आरोपी बदल रहे बयान, शव को टुकड़ों में करने की आशंका
आरोपी आकाश और हिमांशु लगातार बयान बदल रहे हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दो दिन पहले ही पुलिस ने दोनों को उठा लिया था। तब से दोनों गुमराह करने की कोशिश में लगे थे। लेकिन जब पुलिस ने साक्ष्य सामने रख सख्ती से पूछताछ की तब सोमवार को घटना कबूली। कुछ ऐसी जानकारी सामने आईं, जिससे एक आशंका ये भी है कि कहीं शव के टुकड़े कर बैग में तो नहीं भरे? जब बैग बरामद होगा तभी ये पता चल सकेगा।
बाइक दूसरे इलाके में खड़ी की
आरोपियों ने वारदात के बाद सुबूत मिटाने की कोशिश की। सबसे पहले भरत की बाइक दूसरे मोहल्ले में खड़ी की। फिर अपने मोबाइल से कॉल लॉग आदि डिलीट किया। उसके बाद शव ठिकाने लगाया। लेकिन, शायद वह भूल गए थे कि कदम-कदम पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो चुके हैं। कॉल डिटेल व लोकेशन के जरिए फंस चुके हैं।
फर्श धुली और कार साफ की
जानकारी के मुताबिक, आरोपियों ने डिलीवरी बॉय भरत के साथ बेरहमी से मारापीट की थी। पिटाई से भरत को काफी खून भी बहा था। भरत की हत्या के बाद आरोपियों ने फर्श पर फैले खून को साफ किया। आरोपियों ने फर्श पर फैले खून को पानी से धोया। ताकि सबूत न रहें। इसके बाद शव ठिकाने लगाने के बाद कार की भी साफ-सफाई की थी। ताकि कार में कोई सुबूत बाकी न रहे।
गजानन की बहन की भूमिका की जांच
पुलिस के मुताबिक, वारदात गजानन के घर पर अंजाम दी गई। पास में ही हिमांशु और आकाश रहते हैं। गजानन के साथ उसकी बहन रहती है। अब सवाल है कि क्या उसकी मौजूदगी में हत्या की गई। अगर ऐसा है तो उस पर भी कार्रवाई संभव है। पुलिस गजानन की बहन की भूमिका जांच रही है। पूछताछ में उसका कहना था कि घटना वाले दिन वह घर पर नहीं थी। केवल गजानन था।