छत्तीसगढ़: कांग्रेस में होंगे बड़े बदलाव, बदले जा सकते हैं 20-25 जिलाध्यक्ष, आक्रामक और सक्रिय नेताओं को जिम्मेदारी देने की तैयारी

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस में बड़े बदलाव की तैयारी है। करीब 20-25 जिला अध्यक्ष बदले जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि निष्क्रिय पदाधिकारियों की कुर्सी जा सकती है। PCC चीफ दीपक बैज की टीम ने शॉर्ट लिस्टेड कर लिया है। बैज की नई टीम में 50 साल से कम उम्र के लोगों को ज्यादा तवज्जो दिया जाएगा।

प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट से मुलाकात के बाद PCC चीफ दीपक बैज ने तैयारियां तेज कर दी है। बैज की टीम में 100 से ज्यादा लोग होंगे। युवा और चर्चित चेहरे पहली प्राथमिकता में हैं। निष्क्रिय लोगों की जगह एक्टिव सदस्यों के नाम जोड़े जा रहे हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष और महामंत्री भी हटाए जा सकते हैं।

संगठन को तेज तर्रार नेताओं की तलाश

कांग्रेस में ऐसे लोगों की संख्या ज्यादा है, जिनके खिलाफ चुनाव के दौरान काम नहीं करने की शिकायत मिली है। वहीं ऐसे लोगों को भी हटाए जाएंगे, जो 5 साल का कार्यकाल लगभग पूरा कर चुके हैं। संगठन को मजबूत करने वाले तेज तर्रार नेताओं को जिम्मा सौंपा जाएगा।

इन जिलाध्यक्षों की जा सकती है कुर्सी

चिंतन शिविर का फार्मूला होगा लागू 

कांग्रेस पार्टी में इन दिनों नई कार्यकारिणी को लेकर चर्चा है कि इस बार बनाई जा रही सूची में 50 साल से कम उम्र के लोगों की संख्या काफी अधिक है। दरअसल पायलट ने उदयपुर चिंतन शिविर के नियमों को लागू करने के निर्देश दिए हैं। इसलिए AICC के निर्देश के आधार पर यह सूची तैयार की जा रही है।

  • 5 साल से अधिक समय से पदों पर बने हुए अध्यक्ष बदले जाएंगे
  • 50% से अधिक पदों में 50वर्ष से कम के नेताओं की सहभागिता
  • महिलाओं को उचित और महत्वपूर्ण स्थान
  • 5 साल से अधिक पदों पर जमे हुए पदाधिकारियों को कूलिंग पीरियड मिलेगा। इस दौरान वे कुछ दिन कार्यकर्ता की तरह काम करेंगे
  • सभी जिलों में नई पीढ़ी को मौका देंगे
  • 1 व्यक्ति 1 पद का फार्मूला तय
महिला कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए खुज्जी की पूर्व विधायक छन्नी साहू का नाम लगभग तय। - Dainik Bhaskar

महिला कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए खुज्जी की पूर्व विधायक छन्नी साहू का नाम लगभग तय।

महिला कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए छन्नी साहू पहली पसंद

कांग्रेस में मोर्चा-प्रकोष्ठों में भी बड़े बदलाव के संकेत हैं। महिला कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए खुज्जी की पूर्व विधायक छन्नी साहू का नाम लगभग तय माना जा रहा है। वहीं पीसीसी के बाद विपक्ष में सबसे ज्यादा मोर्चा-प्रकोष्ठों का सक्रिय होना जरूरी है। इसलिए इन प्रमुख पदों पर तेज, आक्रामक और सक्रिय नेताओं को जिम्मेदारी देने की तैयारी की जा रही है।