गाजा। गाजा में एक स्कूल पर हुए हमले में 100 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है। इस हमले में बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं। हमले का आरोप इस्राइल पर लगा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस स्कूल में विस्थापित शरणार्थियों ने शरण ली हुई थी। वहीं इस्राइली सेना ने बयान जारी कर कहा है कि उन्होंने हमास के कमांड सेंटर को निशाना बनाया है।
इजराइली सेना का दावा है कि अल-तबीन स्कूल का इस्तेमाल हमास ऑफिस के रूप में किया जा रहा था। उसमें हमास के कई आतंकी मौजूद थे। हमला आम नागरिकों पर नहीं किया गया है।
इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने कहा कि हमले से पहले नागरिकों को कम से कम नुकसान पहुंचे इसके लिए उन्होंने कई कदम उठाए थे। इसके लिए इलाके की हवाई निगरानी की गई थी। साथ ही वहां मौजूद इजराइल के इंटेलिजेंस सोर्स के जरिए भी जानकारी इकट्ठा की गई थी।
सोशल मीडिया पर यह तस्वीर वायरल है। दावा किया जा रहा है कि यह इजराइल के स्कूल पर हुए हमले से जुड़ी है।
अल-तबीन स्कूल हमले में मारे गए लोग। तस्वीर की सत्यता की पुष्टि नहीं हुई है। ये सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर है।
हमास ने हमले को भयावह बताया
हमास प्रवक्ता महमूद बासल ने न्यूज एजेंसी AFP को बताया कि हमले में करीब 100 लोग मारे गए हैं। दर्जनों घायल हुए हैं। स्कूल में फिलिस्तीनियों ने पनाह ली थी। यह भयावह हमला है।
इससे पहले गुरुवार को भी गाजा में दो स्कूलों पर इजराइली सेना ने हमला किया था, जिसमें कम से कम 18 लोग मारे गए थे। तब इजराइली सेना ने कहा था कि उसने हमास के कमांड सेंटरों पर हमला किया है।
फिलिस्तीनी पत्रकार होसम शबात ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि गाजा शहर में बमबारी वाले स्कूल में फिलिस्तीनी लोग फंसे हुए हैं। आग बुझाने में दिक्कत हो रही है, क्योंकि इजराइली सेना ने पानी की सप्लाई भी काट दी है।
फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद ने कहा कि स्कूल में सुबह अल्लाह की इबादत करने वालों को अपराधियों ने निशाना बनाया। ये अपराध है। दुश्मन सेना स्कूल को तबाह करने के बाद वहीं बहाने इस्तेमाल कर रही है जो उन्होंने अस्पतालों पर हमला करने के बाद किए थे। उनके सारी दलीलें झूठी साबित हुईं।