रायपुर। लोकसभा चुनाव में रायपुर से जीतने वाले शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मचा दी है। एक बातचीत में बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि वे विधायक पद से 18 या 19 जून को इस्तीफा देंगे। इसके बाद नियमानुसार वे 6 महीने तक मंत्री पद पर बने रह सकते हैं। इस पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जब चाहेंगे तब मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा।
भाजपा के सूत्रों की मानें तो 15 जुलाई के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार कभी भी हो सकता है। एक मंत्री का पद पहले से खाली है, विस्तार में बृजमोहन अग्रवाल से भी इस्तीफा ले लिया जाएगा। ऐसे में दो मंत्री पद भरे जाएंगे। इसको लेकर विधायकों की दौड़ भी शुरू हो गई। रविवार को प्रदेश के सहप्रभारी नतिन नबीन ने कई बैठकें ली। नबीन ने एक गोपनीय बैठक भी की, इसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल और संगठन महामंत्री पवन साय उपस्थित रहे।
इस बैठक में मंत्रिमंडल को लेकर भी चर्चा हुई। मंत्रियों की परफार्मेंस में तीन की स्थिति खराब बताई जा रही है। ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान दो के अलावा तीन और मंत्रियों को भी बदला जा सकता है।
जोगी और रमन सांसद रहते रह चुके हैं मुख्यमंत्री
- छत्तीसगढ़ राज्य बनने पर अजीत जोगी को मुख्यमंत्री बनाया गया। उस समय वे सांसद थे। फिर उपचुनाव में विधायक बने। वहीं 2003 में डॉ. रमन सिंह भी सांसद और राज्य मंत्री रहते हुए मुख्यमंत्री बने। उन्होंने दोनों पद एक साथ संभाले। कुछ दिनों उपचुनाव के दौरान वे विधायकी जीते थे।