रायपुर। शालेय शिक्षक संघ छत्तीसगढ़ ने 18 जून से भीषण गर्मी और तपती धूप में स्कूल खोलने के निर्णय को अव्यवहारिक बताते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और शिक्षामंत्री बृजमोहन अग्रवाल से स्कूलों को मानसून आने और गर्मी का कहर कम होने पर ही खोलने का निर्णय लेने की अपील की है. संघ ने यह मांग भी की है कि शाला प्रवेशोत्सव का कार्यक्रम स्कूल खुलने के बाद ही आयोजित हो, क्योंकि अधिकांश विद्यालय में गर्मी के अनुकूल सुविधाएं नहीं हैं.
शालेय शिक्षक संघ के प्रांतीय महासचिव धर्मेश शर्मा और प्रदेश मीडिया प्रभारी जितेंद्र शर्मा ने बताया कि पहले के समय में मौसम के अनुरूप विद्यालय संचालित होते थे, अभी छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी और तेज धूप अपना कहर बरपा रही है. मानसून आने के बाद छत्तीसगढ़ के तापमान में कमी आती है, अतः भीषण गर्मी के बीच 18 जून को स्कूल खोलना एक असंवेदनशील निर्णय है. सरकार को जरूर पुनर्विचार करना चाहिए और उचित समय पर ही स्कूल खोलकर, प्रवेश उत्सव आदि कार्य संपादित किये जायें.