वॉशिंगटन। दुनिया की सबसे अमीर शख्सियतों में शुमार एलन मस्क आजकल काफी चर्चाओं में हैं। कभी कंपनी से निकाले गए कर्मचारियों से पैसे वापस मांगकर सुर्खियां बटोर लेते हैं तो कभी किसी और कारण से। अब मस्क ने अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले ही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर सवाल उठा दिया है। उन्होंने शनिवार को चौंकाने वाला दावा किया। कहा कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है और इसे खत्म किया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने अमेरिकी चुनावों से ईवीएम को हटाने की मांग की।
बता दें, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने यह बयान अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए स्वतंत्र उम्मीदवार रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर की एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए दिया।
कैनेडी ने क्या कहा था?
अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार कैनेडी जूनियर ने एसोसिएटेड प्रेस का हवाला देते हुए एक्स पर एक पोस्ट किया। इसमें उन्होंने कहा, ‘प्यूर्टो रिको के प्राथमिक चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों से संबंधित सैकड़ों मतदान अनियमितताएं सामने आई हैं। सौभाग्य से यह एक पेपर ट्रेल था, इसलिए समस्या की पहचान की गई और वोटों की गिनती को सही किया गया। सोचिए उन क्षेत्रों में क्या होता होगा, जहां कोई पेपर ट्रेल नहीं है?’
उन्होंने आगे कहा कि अमेरिकी नागरिकों के लिए यह जानना आवश्यक है कि उनके प्रत्येक वोट की गणना की गई है। उनके चुनावों में कोई सेंध नहीं लगाई जा सकती। चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक हस्तक्षेप से बचने के लिए उन्हें पेपर बैलेट पर वापस लौटना होगा।
मस्क ने क्या दी प्रतिक्रिया
एक्स पर कैनेडी जूनियर की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए एलन मस्क ने कहा, ‘हमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को खत्म कर देना चाहिए। मनुष्यों या एआई द्वारा हैक किए जाने का जोखिम, हालांकि छोटा है, लेकिन फिर भी बहुत अधिक है।’
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन क्या हैं?
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें एक प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जिनका इस्तेमाल चुनावों में मतों को रिकॉर्ड करने और गिनने के लिए किया जाता है। इन मशीनों का मुख्य उद्देश्य मत प्रक्रिया को सरल, तेज और विश्वसनीय बनाना है। भारत में ईवीएम का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के चुनावों में किया जाता है, जैसे कि लोकसभा, विधानसभा और पंचायत चुनाव शामिल हैं।