बलौदाबाजार हिंसा मामले में कलेक्टर-SP निलंबित, देर रात जारी हुआ आदेश; कांग्रेस ने भाजपा की तुलना औरंगजेब से की

रायपुर। बलौदाबाजार में हुई हिंसा मामले में गुरुवार देर रात राज्य सरकार ने तत्कालीन कलेक्टर और एसपी को निलंबित कर दिया है। दो दिन पहले ही दोनों अफसरों को हटाकर नए अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई थी।

इससे पहले दोपहर में कांग्रेस की 7 सदस्यीय जांच टीम घटना स्थल पर पहुंची। इस दौरान टीम के संयोजक और पूर्व मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने कहा कि, जैतखाम को क्षतिग्रस्त किया गया, तब FIR भी नहीं हुई।

समाज के लोग जांच और कार्रवाई की मांग कर रहे थे, लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। अगर पहले ही जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया जाता तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती। इससे पहले नेताओं ने सतनामी समाज के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी पहुंचकर अमर गुफा में पूजा-अर्चना की।

जांच टीम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत, पूर्व सीएम भूपेश बघेल के साथ कई वरिष्ठ नेता और सभी विधायक शामिल हैं।

रायपुर से निकलने के दौरान भी डहरिया ने कहा था कि औरंगजेब से ज्यादा BJP ने सतनामी समाज को प्रताड़ित किया है। भाजपा हमेशा से ही हमारे सतनामी समाज के खिलाफ रही।

वहीं दूसरी ओर BJP ने इस अराजकता के पीछे फिर कांग्रेस का हाथ होने की बात कही है। BJP के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा कि, कांग्रेस हिंसा पर सस्ती और ओछी राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ताओं ने सतनामी समाज को मोहरा बनाया और अपने राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति की।

इससे पहले सरकार के आरोप के बाद पूर्व मंत्री गुरु रूद्र कुमार ने कहा कि, तीन-तीन मंत्रियों ने मुझ पर षड्यंत्र करने का आरोप लगाया है, इसलिए मैं खुद गिरफ्तारी देने आया हूं। उन्होंने कहा कि, मंत्री माफी मांगे, नहीं तो मानहानि का केस करूंगा। रुद्र गुरु बुधवार को गिरफ्तारी देने के लिए रायपुर एसएसपी दफ्तर पहुंचे थे।