पुणे। पुणे में पोर्श कार से हुए हादसा मामले में अधिकारियों ने एक बार को सील कर दिया है। दरअसल इस बार में बैठकर ही आरोपी नाबालिग ने अपने दोस्तों के साथ शराब पी थी। नाबालिगों को शराब परोसने के आरोप में प्रशासन ने बार को सील कर दिया है। महाराष्ट्र में शराब पीने की उम्र 25 साल है, ऐसे में आरोपियों को नाबालिग होने के बावजूद शराब परोसने के लिए बार के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
सीसीटीवी फुटेज से हुई पुष्टि
पुलिस ने बार के खिलाफ मामला दर्ज किया है और बार की सीसीटीवी फुटेज जांचने पर आरोपी नाबालिग अपने दोस्तों के साथ शराब पीते हुए पाया गया। इसके कुछ घंटे बाद ही नाबालिग ने अपनी लग्जरी कार से एक बाइक को टक्कर मार दी। जिससे बाइक सवार एक युवक और युवती की मौत हो गई। आरोपी नाबालिग पुणे के एक चर्चित बिल्डर का बेटा है। इसमें हैरानी की बात ये है कि नशे में लापरवाही से गाड़ी चलाने के बावजूद आरोपी नाबालिग को 15 घंटे में ही जमानत भी मिल गई और वो भी सिर्फ दुर्घटना पर 300 शब्द का निबंध लिखने के बाद! इसी वजह से लोगों में इस घटना को लेकर नाराजगी है।
लोगों की नाराजगी के बाद पुलिस ने नाबालिग के पिता के साथ ही बार के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दोनों के खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस कानून की धारा 75 और 77 के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों पर नाबालिग को शराब और नशे की सप्लाई करने और लापरवाही बरतने के मामले में केस दर्ज किया गया है। मंगलवार को महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी घटना को लेकर पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद डिप्टी सीएम ने कहा कि पुलिस इस मामले में और शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामलों को लेकर जरूरी कदम उठा रही है। अधिकारियों की तरफ से नाबालिग को दी गई जमानत को भी चुनौती दी गई है।
हादसे में दो इंजीनियर्स की हुई थी मौत
सोमवार को सुबह 2.15 बजे करीब 200 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से जा रही पोर्श कार ने पुणे में एक बाइक को टक्कर मार दी थी। घटना के वक्त नाबालिग गाड़ी चला रहा था और वह नशे में था। दुर्घटना में अनीश अवधिया और अश्विनी कोस्टा की मौत हो गई थी। दोनों इंजीनियर थे और बाइक से अपने-अपने घर लौट रहे थे। मृतकों के परिजनों ने आरोपी की जमानत को रद्द करने की मांग की है।