वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को काशी में कहा कि जिस दिन हिंदू-मुसलमान करूंगा, उस दिन सार्वजनिक जीवन में रहने योग्य नहीं रहूंगा। मैं कभी हिंदू-मुसलमान नहीं करूंगा, यह मेरा संकल्प है। सरकारी योजनाओं के माध्यम से लाभार्थियों को लाभान्वित कराते समय जाति या धर्म नहीं देखता हूं।
प्रधानमंत्री मोदी गंगा पूजन के बाद मंगलवार को क्रूज पर सवार हुए और समाचार चैनल के प्रतिनिधियों से बात की। उनसे सवाल पूछा गया कि स्टेज पर जब आपने मुसलमानों का जिक्र किया तो घुसपैठिया और ज्यादा बच्चे पैदा करने वाला कहा। इसकी क्या जरूरत थी?
इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं हैरान हूं कि इसे मुसलमानों से जोड़ा जा रहा है। जबकि, हमने इसके पहले न हिंदू कहा था और न मुसलमान कहा था। हमारे यहां किसी भी समाज में जहां गरीबी ज्यादा है, वहां बच्चे ज्यादा हैं। हमारा इतना ही कहना है कि उतने ही बच्चे हों, जिनका लालन-पालन आप आसानी से कर सकें।
एक अन्य सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव में राम मंदिर पहले भी मुद्दा नही था, आज भी नहीं है और भविष्य में भी नहीं रहेगा। राम मंदिर श्रद्धा का मुद्दा है। जिन्होंने राम मंदिर के निमंत्रण को ठुकरा दिया, उनको डर लगता है कि यह पाप अब हमें मार देगा। वह बहुत चिंता में हैं।
कांग्रेस को लगभग 40 सीट मिलेगी
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में लगभग 40 सीट के आसपास रहेगी। राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि उन्हें वायनाड क्यों छोड़ना पड़ा? वह पराजय देख चुके हैं। वायनाड से भागने के बाद और रायबरेली आने से पहले उन्होंने भाषा काफी तीखी कर दी है। वह अनाप-शनाप चीजें बोल रहे हैं।
केरल ने उन्हें सबक सिखा दिया है। उत्तर प्रदेश की जनता काफी उदार हृदय की है। मगर, उत्तर प्रदेश की जनता परिवारवाद को स्वीकार नहीं कर सकती है। उन्होंने देखा कि एक विकल्प है, जो उत्तर प्रदेश के लोगों के जीवन में बदलाव ला सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर परिवर्तन आया है।
मां को याद कर भावुक हुए प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गंगा सप्तमी है। मां गंगा का प्राकट्य हुआ था। जब पहली बार पार्टी ने हमें यहां चुनाव लड़ने के लिए कहा तो मैं कह रहा था कि मां गंगा ने बुलाया है। अब मां गंगा ने हमें गोद लिया है। मां के जाने के बाद हमारे रग-रग में यह भाव तीव्र हो गया है कि मां गंगा ने उनकी रिक्तता को भरा है।
यह कहते हुए प्रधानमंत्री भावुक नजर आए। उन्होंने कहा कि मेरी मां जब सौ साल की हुई तो मैं उनका पैर छूने गया था। उस दौरान मेरी मां ने कहा था कि दो चीजें ध्यान रखना। काम करो बुद्धि से, जीवन जियो शुद्धि से…। मेरी मां के अंदर एक विरक्त भाव था। उन्होंने अपने बेटे का अपनी पर्सनल प्रॉपर्टी कभी नहीं माना।
गंगा घाट विरासत को सहेजे हुए आधुनिक हों
प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी की पहचान गंगा घाट हैं। मगर, गंगा घाटों में आधुनिकता और व्यवस्थाएं होनी चाहिए। इसी से हमें नमो घाट बनाने का विचार आया। पुरानी परंपराओं को बचाकर रखते हुए नमो घाट को आधुनिक रूप दिया गया है।