केपटाउन। भारत ने केपटाउन टेस्ट में जीतकर इतिहास रच दिया। उसने पहली बार यहां कोई टेस्ट मैच अपने नाम किया है। भारत का केपटाउन में यह सातवां टेस्ट मैच था। इससे पहले छह में से चार में हार का सामना करना पड़ा था। दो टेस्ट ड्रॉ रहे थे। भारत ने केपटाउन टेस्ट को जीतकर सीरीज में भी 1-1 की बराबरी हासिल की। यह दूसरा अवसर है जब दक्षिण अफ्रीका में भारत कोई टेस्ट सीरीज ड्रॉ कराने में सफल रहा है। इससे पहले 2010-11 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में तीन टेस्ट मैचों की सीरीज 1-1 की बराबरी पर छूटी थी।
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। उनका निर्णय गलत साबित हुआ। पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका की टीम 55 रन पर ही सिमट गई थी। उसके बाद भारत 153 रन पर ऑलआउट हो गया था। दोनों टीमों की पहली पारी मैच के पहले दिन ही समाप्त हो गई थी। मुकाबले के दूसरे दिन मेजबानों ने दूसरी पारी में 173 रन बनाए। इस तरह भारत को 79 रन का लक्ष्य मिला। उसने तीन विकेट के नुकसान पर इसे हासिल कर लिया।
दूसरी पारी में रोहित शर्मा और यशस्वी जयसवाल ने भारत को मजबूत शुरुआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिए 44 रन की साझेदारी की। भारत को पहला झटका यशस्वी के रूप में लगा। वह 23 गेंद पर 28 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने छह चौके लगाए। नंद्रे बर्गर की गेंद पर ट्रिस्टन स्टब्स ने उनका कैच लिया। भारत को दूसरा झटका शुभमन गिल के रूप में लगा। वह 11 गेंद पर 10 रन बनाकर आउट हुए। कगिसो रबाडा ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया। शुभमन ने अपनी पारी में दो चौके लगाए। विराट कोहली आउट होने वाले भारत के तीसरे बल्लेबाज रहे। वह 11 गेंद पर 12 रन बनाकर पवेलयिन लौटे। मार्को यानसेन की गेंद पर विकेटकीपर कायेल वेरेयेन ने उनका कैच लिया। रोहित शर्मा (17 रन) और श्रेयस अय्यर (चार रन) ने मैच को समाप्त किया।