सवाई माधोपुर। राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले की खंडार तहसील में तोपखाना स्थित श्रीकृष्ण कृपाधाम आश्रम के महंत बालकानंद गिरी जो कि वर्तमान में सवाई माधोपुर जिले में स्थित आश्रम में सेवा कर रहे हैं, को 29 दिसंबर को एक अनजान फोन नंबर से रंगदारी वसूलने के लिए एक फोन आया। फोन करने वाले ने अपने को लॉरेंस बिश्नोई का भांजा सचिन विश्नोई बताया और 20 करोड़ की रंगदारी की मांग की।
महंत बालकानंद गिरी ने जब पुलिस को इस बात की सूचना दी तो पुलिस ने उन्हें कॉल रिकॉर्ड करने के लिए कहा। साथ ही महंत को एक सुरक्षा गार्ड भी मुहैया कराया गया। 30 दिसंबर को दोपहर 2 बजे के महंत जी के पास एक और फोन आया जिसमें उन्हें जान बचाने के लिए 20 करोड़ रुपये देने की बात कही गई। महंत बालकानंद गिरी ने इस कॉल को रिकॉर्ड कर लिया।
फोन की रिकॉर्डिंग के अनुसार फोन करने वाले ने अपने को लॉरेंस बिश्नोई का भांजा सचिन बिश्नोई बताया और 10 मिनिट से भी ज्यादा देर तक धमकाता रहा। आरोपी ने महंत को पुलिस अधीक्षक, जिला कलेक्टर और सरकार के पास भी जाने की सलाह दे डाली और साथ ही यह भी कहा कि एसपी और कलेक्टर के भी परिवार हैं, वे तुझे बचाने नहीं आएंगे। इतना ही नहीं उसने महंत को यह भी कहा कि सुखदेव सिंह के पास सुरक्षा थी तो उसे नहीं छोड़ा। तेरे आश्रम पर इतनी गोली चलाई जाएगी कि तू सोच नहीं पाएगा। महंत द्वारा विरोध दर्ज कराने पर गाली-गलौज करके कहा कि यदि 20 करोड़ नहीं दिए तो तू मरा। आरोपी ने महंत को बताया कि हमने तेरी रेकी कर रखी है, तेरी भलाई इसमें ही है कि दो दिन में 20 करोड़ दे और हमसे अपनी सुरक्षा ले ले, पैसे देने के बाद हम तुझे सुरक्षा देंगे।
घटनाक्रम के बाद महंत ने पुलिस अधीक्षक को सूचना दी, पुलिस ने फोन करने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महंत बालकानंद गिरी ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी मुलाकात की और अपनी परेशानी बताई।