नई दिल्ली। विपक्ष की ओर से अपने साझा गठबंधन को इंडिया नाम दिए जाने के बाद से इस पर राजनीति शुरू हो गई। भाजपा नेताओं की तरफ से इंडिया को लेकर दिए जा रहे बयानों के बीच अब पार्टी के सांसदों ने भी इंडिया की जगह भारत के औपचारिक इस्तेमाल की वकालत शुरू कर दी है। भाजपा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने तो इंडिया शब्द को अंग्रेजों की गाली तक करार दे दिया, जबकि असम सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने भी भारत को लेकर ट्वीट किया है।
क्या बोले भाजपा सांसद हरनाथ यादव?
भाजपा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने कहा कि पूरा देश इस वक्त मांग कर रहा है कि हम इंडिया की जगह भारत शब्द का इस्तेमाल करें। इंडिया शब्द हमें ब्रिटिश की तरफ से दी गई गाली की तरह था, जबकि भारत शब्द हमारी संस्कृति को दर्शाता है। हमारे संविधान में भी बदलाव होना चाहिए और इसमें भारत शब्द को जोड़ा जाना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा, “ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी भारत को गरीब और अनपढ़ लोगों का देश बताती है। ब्रिटिशों ने जानबूझकर गुलाम देश को इंडिया से जोड़ा। हमारे संविधान के रचयिताओं को सम्मान के साथ मैं कहना चाहता हूं कि संविधान में भारत और इंडिया दोनों को रखना गलती थी।”
क्या बोले हिमंत बिस्व सरमा?
उधर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने भी भारत शब्द पर जोर देते हुए आम चलन के टर्म ‘रिपब्लिक ऑफ इंडिया’ की जगह एक्स पर अपने पोस्ट में ‘रिपब्लिक ऑफ भारत’ इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि हम खुश और गौरवान्वित हैं कि हमारी सभ्यता अब तेजी निर्भिकता से अमृत काल की ओर बढ़ रही है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कही ये बात
उधर भाजपा राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा, “भारत बोलने और लिखने पर क्यों दिक्कत हो रही है। पुरातत्व काल में हमारे देश का नाम भारत है और संविधान में भी इसको स्पष्ट किया है। बेवजह और जानबूझकर भ्रम पैदा कर रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है।”
यूपी के डिप्टी सीएम बोले- जिन्हें भारत से प्यार नहीं, वे सवाल उठाएंगे ही
कांग्रेस नेता जयराम रमेश के दावे पर कि राष्ट्रपति भवन में G-20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज का निमंत्रण ‘भारत के राष्ट्रपति’ के नाम पर भेजा गया है के सवाल पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत से हर किसी को प्यार है और हर देश वासी को प्यार है। अब जिनको भारत से प्यार नहीं वह इस पर सवाल उठाएंगे।