बिलासपुर। जिले में तेज रफ्तार हाइवा ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में एक महिला की मौत हो गई और उसका बेटा व पड़ोसी बुरी तरह घायल हो गए। टक्कर के बाद महिला पहिए के नीचे आ गई और 50 मीटर तक घसीटती रही। इससे शव के चिथड़े उड़ गए। गुस्साए लोगों ने चक्काजाम कर हाईवा में जमकर तोड़फोड कर दी। करीब सात घंटे तक जाम लगा रहा। मृतका के परिवार वालों को एक लाख 25 हजार रुपए मुआवजा देने के बाद मामला शांत हुआ।
मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम किसान परसदा निवासी अविनाश पात्रे (18) सोमवार देर शाम अपनी मां संतोषी पात्रे (37) और गांव की ही रहने वाली मुस्कान पात्रे (35) को लेकर मस्तूरी बाजार जाने के लिए निकला था। तीनों बाजार से गांव लौट रहे थे। अभी वे जयरामनगर के आगे मोहरसाय चौक के पास पहुंचे थे कि तभी सामने से आ रहे तेज रफ्तार हाईवा ने बाइक को चपेट में ले लिया।
चक्काजाम के दौरान सात घंटे तक महिला की लाश हाईवा में दबी रही।
50 मीटर तक घसीटती रही महिला, बेटा व पड़ोसी गंभीर
इस हादसे में संतोषी पात्रे हाईवा के पहिए के नीचे आ गई और 50 मीटर तक घसीटती रही, जिससे उसका पैर व धड़ अलग हो गया और शव के चिथड़े उड़ गए। वहीं, उसका बेटा अविनाश व पड़ोसी महिला गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गुस्साए लोगों ने किया चक्काजाम, छह घंटे तक फंसी रही लाश
इस घटना के बाद वहां आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। इस बीच मौका पाकर आरोपी चालक भाग निकला। जिसके बाद गुस्साए लोगों ने चक्काजाम कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। लेकिन, पुलिस लोगों को शांत नहीं करा पाई। इस दौरान महिला की लाश रात 12.30 बजे तक हाईवा के चक्के में ही फंसी रही।
50 मीटर तक घसीटती रही महिला फिर भी चालक ने नहीं रोका हाईवा।
हाईवा में जमकर तोड़फोड़, SDM सहित आसपास के थानेदार रहे मौजूद
चक्काजाम की खबर मिलते ही मस्तूरी टीआई रवींद्र अनंत भी वहां पहुंच गए। लेकिन, टीआई अनंत भीड़ को संभालने में नाकाम रहे। उनकी मौजूदगी में नाराज लोगों ने हाईवा में जमकर तोड़फोड़ कर दिया। स्थिति बिगड़ते देखकर टीआई ने एसपी संतोषकुमार सिंह को घटना की जानकारी दी। उन्होंने हिर्री टीआई हरीश तांडेकर, तोरवा टीआई कमला पुसाम, सीपत व पचपेड़ी सहित आसपास के थानेदारों को घटनास्थल रवाना किया। इस बीच एसडीएम भी वहां पहुंच गए। फिर भी मामला शांत नहीं हुआ।
एक लाख 25 हजार मुआवजा देने पर शांत हुआ मामला
देर रात तक एसडीएम सहित पुलिस अफसर मौके पर डटे रहे। वहीं, लोगों की भीड़ ने शव को उठाने नहीं दिया। आक्रोशित लोग मृतका के परिवार वालों को 10 लाख रुपए मुआवजा व नौकरी देने की मांग कर रहे थे। पुलिस अफसरों की काफी समझाईश के बाद एक लाख 25 हजार रुपए मुआवजा देने के बाद देर रात मामला शांत हुआ। तब जाकर महिला के शव को हाईवा से बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया।
हादसे में बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गई है, महिला का बेटा व पड़ोसी की हालत गंभीर है।
टीआई ने पुलिस अफसरों को किया गुमराह, इसलिए बिगड़ा मामला
बताया जा रहा है कि हादसे के बाद टीआई रवींद्र अनंत मौके पर नहीं पहुंचे। इस बीच उन्होंने पुलिस अफसरों को गुमराह कर दिया और बताया कि घायलों को अस्पताल भेज दिया गया है। शव को भी उठवा कर अस्पताल रवाना किया जा रहा है। लेकिन, तब तक गुस्साई भीड़ आक्रोशित हो चुकी थी। बाद में टीआई अनंत ने चक्काजाम और हाईवा में तोड़फोड़ करने की जानकारी पुलिस अफसरों को दी। समय रहते टीआई मौके पर पहुंच जाते और स्थिति को संभाल लेते तो चक्काजाम व तोड़फोड़ की नौबत नहीं आती।