अयोध्या। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का अनुमान है कि राम मंदिर का दर्शन करने के लिए प्रतिदिन लगभग एक लाख भक्त अय़ोध्या आ सकते हैं। मंदिर के उद्घाटन के बाद शुरुआती दौर में भक्तों की संख्या बहुत अधिक हो सकती है, लेकिन बाद में यह संख्या एक लाख भक्त प्रतिदिन पर आकर रुक सकती है। ऐसी अवस्था में हर सेकेंड लगभग तीन भक्तों को रामलला के दर्शन का अवसर प्राप्त होगा।
ट्रस्ट के एक शीर्ष पदाधिकारी ने बताया कि मंदिर को शुरुआती चरण में प्रतिदिन लगभग आठ से 10 घंटे तक के लिए खोलने पर सहमति बन सकती है। भक्तों को तीन से चार पंक्तियों में रामलला के दर्शन करने का अवसर मिलेगा। यदि 10 घंटे तक के लिए मंदिर खोला जाता है और भक्तों की संख्या लगभग एक लाख तक रहती है तो हर सेकेंड तीन भक्तों को रामलला के दर्शन करने का सौभाग्य मिलेगा।
वर्तमान में विशेष अवसरों को छोड़ दें तो सामान्य दिनों में सबसे ज्यादा हनुमानगढ़ी में हनुमान जी के दर्शन करने के लिए सबसे अधिक भक्त आते हैं। यह संख्या लगभग 25 हजार के करीब होती है। हनुमान जयंती, दीपावली-दशहरा और नववर्ष के अवसर पर यह संख्या दो गुनी से अधिक हो जाती है।
चूंकि, राम मंदिर की चर्चा देश के साथ-साथ दुनिया के कोने-कोने में है, माना जा रहा है कि मंदिर के उद्घाटन के बाद यहां आने वाले भक्तों की संख्या बहुत अधिक बढ़ सकती है। यह संख्या एक लाख के करीब तक जा सकती है। यही कारण है कि भगवान राम के मंदिर में एक लाख के करीब भक्तों की उपस्थिति होने को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था बनाने की कोशिश की जा रही है जिससे बाद में भी व्यवस्था को लेकर कोई परेशानी न हो।
बढ़ गया है रोजगार-व्यापार
केंद्र और उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थलों के विकास का असर दिखने लगा है। अयोध्या, काशी और मथुरा सहित पूरे उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन बढ़ा है। केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार 2022 में पूरे देश के घरेलू पर्यटन का पांचवां हिस्सा (20 प्रतिशत) अकेले उत्तर प्रदेश को प्राप्त हुआ है। इसमें लगभग पांच प्रतिशत हिस्सा अकेले वाराणसी को मिला है। इससे इन स्थानों पर रोजगार और व्यापार की संभावनाओं में वृद्धि हुई है।