3 साल में देशभर से 13 लाख महिलाएं हुईं लापता: नक्सली बोले- इनमें 59 हजार सिर्फ छत्तीसगढ़ की हैं, बेटियों को बचाने केंद्र-राज्य सरकार विफल

फाइल फोटो। - Dainik Bhaskar

जगदलपुर। माओवादियों के पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी के प्रवक्ता और हार्डकोर माओवादी मोहन ने प्रेस नोट जारी किया है। नक्सली लीडर मोहन ने दावा किया है कि, पिछले 3 सालों में देशभर से कुल 13 लाख महिलाएं और लड़कियां लापता हुई हैं। इनमें 59 हजार सिर्फ छत्तीसगढ़ की हैं।

ये महिलाएं और लड़कियां कहां हैं इस बात की जानकारी किसी को नहीं हैं। केंद्र और राज्य सरकारें बेटियों को बचाने विफल हुईं हैं। हालांकि, बस्तर के IG सुंदरराज पी ने इसे नक्सलियों का प्रोपेगंडा होना बताया है। उन्होंने कहा कि लोगों का ध्यान भटकाने की यह नक्सलियों की चाल है।

नक्सली लीडर मोहन ने प्रेस नोट के माध्यम से कहा कि, 26 जुलाई को बीजापुर जिले के एक पोटाकेबिन के छात्रा की पिटाई की गई थी। फिर 2 अगस्त को नैमेड के साप्ताहिक बाजार में एक महिला का रेप कर दिया गया। इस तरह का कृत्य करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा देने की बजाए उन्हें बचाया जा रहा है।

नक्सली लीडर मोहन ने प्रेसनोट जारी किया है।

नक्सली लीडर मोहन ने प्रेसनोट जारी किया है।

नक्सली लीडर का कहना है कि, सरकार महिलाओं को सुरक्षित रखने का सिर्फ दावा कर रही है। यह दावा सोशल मीडिया में किया जा रहा है। आदिवासी महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार करने वालों को गिरफ्तार कर सजा न देकर उन्हें बचा रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार लगातार विकास की बात कह रही है।

साप्ताहिक हाट बाजार, दुकान या फिर सिटी में सामान खरीदने गई युवतियों के साथ दुष्कर्म किया जा रहा है। ऐसे अपराध को रोकने में सरकार विफल साबित हुई है। नक्सली नेता मोहन ने अपने प्रेस नोट में मणिपुर हिंसा का भी जिक्र किया है। मोहन ने कहा कि, वहां भी महिलाओं के साथ दुष्कर्म हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का सिर्फ ढिंढोरा पीटते हैं।

IG बोले- इसमें नक्सलियों की चाल

बस्तर के IG सुंदरराज पी ने एक बातचीत में कहा कि, ये केवल नक्सलियों की चाल है। लोगों को गुमराह करने वे इस तरह का कुछ भी आंकड़ा दे रहे हैं। युवती और महिलाएं घर से लापता हुई तो इसकी FIR भी दर्ज हुई है। कइयों को हमने ढूंढ लिया और उन्हें उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। नक्सलियों के पास कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। CG की 59 हजार महिलाओं के लापता होने का नक्सलियों का यह दावा गलत है।