नई दिल्ली। क्रिस्टोफर नोलेन निर्देशित हालीवुड फिल्म ओपेनहाइमर में आपत्तिजनक दृश्य को लेकर सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) यानी सेंसर बोर्ड से स्पष्टीकरण मांगा है। सेंसर बोर्ड से कहा गया है कि वह इस मामले में कार्रवाई करे।
फिल्म के दृश्य को हटाने का दिया निर्देश
बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री ने सीबीएफसी को उस दृश्य को फिल्म से हटाने के लिए कहा है, जिसमें फिल्म के मुख्य पात्र को आपत्तिजनक दृश्य के दौरान गीता का श्लोक पढ़ते दिखाया गया है। उन्होंने सेंसर बोर्ड से उन लोगों की जवाबदेही तय करने के लिए भी कहा है जिन्होंने इस दृश्य वाली फिल्म को मंजूरी दी थी। अनुराग ठाकुर ने जोर देकर कहा कि इस तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
क्या बोले सूचना आयुक्त
गौरतलब है कि भारत सरकार में सूचना आयुक्त के पद पर कार्यरत उदय माहुरकर ने कहा था कि वह हैरान हैं कि सेंसर इस दृश्य के साथ फिल्म को कैसे मंजूरी दे सकता है। उन्होंने नोलेन को भी खुला पत्र लिखकर फिल्म से इस दृश्य को हटाने की अपील की है।
उन्होंने लिखा हम करोड़ों हिंदुओं की ओर से अपील करते हैं कि गीता की पवित्रता का सम्मान करें और इस दृश्य हो फिल्म से हटाएं। अगर आप इस अपील की अनदेखी करते हैं, तो ऐसा लगेगा कि आप जानबूझकर भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति का अपमान कर रहे हैं।
सीबीएफसी ने फिल्म को दी है यू/ए रेटिंग
रिपोर्ट्स के मुताबिक सीबीएफसी ने फिल्म को यू/ए रेटिंग दी, जिससे यह 13 साल से अधिक उम्र के दर्शक इसे देख सकते हैं। वहीं अमेरिका में फिल्म को “आर- प्रतिबंधित” रेटिंग दी गई है, जिसका अर्थ है कि 17 वर्ष से कम उम्र के दर्शक माता पिता या अभिभावक के साथ ही इस फिल्म को देख सकते हैं। यह फिल्म परमाणु बम के जनक कहे जाने वाले राबर्ट ओपेनहाइमर के जीवन पर आधारित है।