रायपुर। छत्तीसगढ़ के अनियमित और संविदा कर्मियों की हड़ताल जारी है। आंदोलनरत कर्मचारी आज अर्धनग्न होकर विधानसभा का घेराव करेंगे।
अनियमित कर्मचारियों की मांग को लेकर सदन में हंगामा
अनियमित और संविदा कर्मियों के आंदोलन के मुद्दे पर कल सदन में जोरदार हंगामा मचा। भाजपा के स्थगन सूचना को अस्वीकार करने के बाद नारेबाजी शुरू हो गई। भाजपा ने जहां कर्मचारियों के साथ धोखा का आरोप लगाया, तो कांग्रेस विधायकों ने भूपेश है तो भरोसा है का नारा लगाया।
हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही को पांच मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया। विपक्षी विधायक जिस सरकार सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे थे, उस समय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तंज कसा कि भाजपा के लोग अपनी बात जल्दी रखें, बहुत से कर्मचारी संगठन सरकार के फैसले पर धन्यवाद देने आए हैं।
आंदोलन की वजह से कामकाज बुरी तरह प्रभावित
विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आंदोलन की वजह से कामकाज बुरी तरह प्रभावित है। अजय चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश के सारे आंदोलनरत संगठनों ने मुख्यमंत्री की घोषणा को नकार दिया है। चार लाख कर्मचारी आंदोलन पर हैं। सभी वर्गों के भीतर असंतोष है।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने घोषणा पत्र को आत्मसात करने की बात कही, लेकिन अंतिम सत्र तक जानकारी यही आई कि सरकार अभी अनियमित और संविदाकर्मियों की जानकारी ही इकट्ठा कर रही है। सरकार के कथनी और करनी में अंतर है।
शिवरतन शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र के 36 में से एक भी बिंदु को पूरा नहीं किया। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि सभी वर्ग आंदोलनरत हैं। सरकार को उनके बीच जाकर उनकी समस्या सुननी चाहिए।