कोरबा: जहर सेवन करने वाले भू-विस्थापित की मौत, एसईसीएल द्वारा रोजगार नहीं देने से था परेशान; अस्पताल में उपचार के दौरान थमी सांसें

कोरबा। एसईसीएल प्रबंधन की मनमानी से परेशान होकर जहर सेवन करने वाले भू-विस्थापित की जिला अस्पताल कोरबा में उपचार के दौरान मौत हो गई।

मालूम हो कि जमीन के बदले नौकरी, मुआवजा और बसाहट मिलने में हो रही लेटलतीफी से भू-विस्थापित काफी परेशान हो गया था और यही वजह रही कि हताशा में उसने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था।

मृतक दिलहरण पटेल का उपचार मेडिकल कॉलेज जिला अस्पताल में चल रहा था जहां उसने दम तोड़ दिया। दिलहरण पटेल की मौत से अब सवाल यह उठता है, कि क्या प्रबंधन के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई होगी? कहीं न कहीं एसईसीएल की प्रताड़ना के चलते ही भू-विस्थापित ने यह आत्मघाती कदम उठाया था। दिलहरण की मौत से पूरे परिवार पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है।