मुंबई। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है। लंदन के ओवल में खेले जा रहे फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 444 रन का लक्ष्य रखा था। जवाब में भारत ने तीन विकेट गंवाकर 164 रन बना लिए हैं। भारतीय टीम ने यह रन 40 ओवर में 4.1 के रन रेट से बनाए हैं। आखिरी दिन 90 ओवर में भारत को 280 रन बनाने हैं और उसके सात विकेट शेष हैं। चौथे दिन विराट कोहली 60 गेंदों में 44 रन और अजिंक्य रहाणे 59 गेंदों में 20 रन बनाकर नाबाद रहे। इन दोनों के बीच अब तक चौथे विकेट के लिए 118 गेंदों में 71 रन की साझेदारी हो चुकी है।
शुभमन गिल का विवादित कैच आउट
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी आठ विकेट पर 270 रन बनाकर घोषित कर दी थी। पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 469 रन और भारत ने 296 रन बनाए थे। तब ऑस्ट्रेलिया को 173 रन की बढ़त मिली थी। ऐसे में 270 रन मिलाकर ऑस्ट्रेलिया ने 443 रन की बढ़त हासिल की और टीम इंडिया के सामने 444 रन का लक्ष्य रखा। विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत भी शानदार रही थी। शुभमन गिल और रोहित शर्मा ने पहले विकेट के लिए 41 रन जोड़े। शुभमन गिल के विवादित कैच आउट ने भारत को पहला झटका दिया।
दरअसल, स्लिप में कैच लेते वक्त ग्रीन का हाथों में गेंद फंसकर जमीन पर भी घीसी, लेकिन थर्ड अंपायर ने आउट करार दिया। कमेंट्री कर रहे दीप दासगुप्ता और हरभजन सिंह ने शुभमन को नॉटआउट बताया। वहीं, रोहित शर्मा और खुद शुभमन को आउट करार दिए जाने पर यकीन नहीं हुआ। शुभमन 19 गेंदों पर 18 रन बना सके। दिन का खेल खत्म होने के बाद शुभमन ने खुद इस घटना की तस्वीर शेयर की है।
लगातार दो ओवर में रोहित-पुजारा आउट
इसके बाद लगातार दो ओवर में टीम इंडिया ने दो विकेट गंवा दिए। यह दोनों विकेट ऑस्ट्रेलिया को भारतीय बल्लेबाज के खराब शॉट के कारण मिले हैं। 20वें ओवर में पहले अच्छी बल्लेबाजी कर रहे कप्तान रोहित शर्मा ऑफ स्पिनर नाथन लियोन की गेंद पर स्वीप शॉट लगाने के चक्कर में एल्बीडब्ल्यू आउट हो गए। वह 60 गेंदों में 43 रन बना सके। रोहित ने पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 77 गेंदों में 51 रन की साझेदारी निभाई।
इसके बाद अगले ही ओवर में पैट कमिंस की गेंद पर अपर कट लगाने के चक्कर में विकेट गंवा बैठे। गेंद ने उनके बल्ले का किनारा लिया और विकेटकीपर एलेक्स कैरी के पास पहुंच गई। पुजारा 47 गेंदों में 27 रन बना सके। इन दोनों के विकेट के बाद कोहली और रहाणे ने संभल कर बल्लेबाजी की और खराब गेंदों को बाउंड्री के पार पहुंचाया। अब पांचवें दिन इन्हीं दोनों से काफी उम्मीदें होंगी।
चेतेश्वर पुजारा और रोहित शर्मा – फोटो : ICC
भारत को रचना होगा इतिहास
ओवल में अभी तक चौथी पारी में सर्वाधिक लक्ष्य 263 रन का ही हासिल किया गया है। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अभी तक सर्वाधिक लक्ष्य 418 रन का ही हासिल किया गया है, जब वेस्टइंडीज ने 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एंटीगा में तीन विकेट से जीत हासिल की थी। यानी भारत को यह टेस्ट जीतना है तो इतिहास रचना होगा।
इंग्लैंड ने हासिल किया है ओवल में रिकॉर्ड लक्ष्य
ओवल में पिछला रिकॉर्ड लक्ष्य इंग्लैंड ने एशेज सीरीज में 1902 में एक विकेट पर 263 रन बनाकर हासिल किया था। इस मैदान में दो बार 250 से अधिक का लक्ष्य हासिल किया गया है। इंग्लैंड के अलावा वेस्टइंडीज ने 1963 में दो विकेट पर 255 रन बनाए थे। भारतीय टीम 1979 के अपने प्रदर्शन से प्रेरणा ले सकती है जब सुनील गावस्कर की कप्तानी में 438 रन का लक्ष्य हासिल करते समय भारतीय टीम ड्रॉ रहे टेस्ट में आठ विकेट पर 429 रन बनाने में सफल रही थी।
भारत एकमात्र टीम है जिसने ओवल में दो बार 300 से अधिक का स्कोर किया है। 2018 में 464 रन का पीछा करते समय टीम 345 रन बनाने में सफल रही थी। हालांकि उसे हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, 1979 में इंग्लैंड के खिलाफ 438 रन का पीछा करते हुए टीम इंडिया ने 429 रन बनाए थे और मैच ड्रॉ रहा था।
इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम चौथे दिन यानी शनिवार को चार विकेट पर 123 रन से आगे खेलने उतरी। उन्होंने कुल 147 रन जोड़े और चार विकेट गंवाए। एलेक्स कैरी ने सबसे ज्यादा नाबाद 66 रन का योगदान दिया। उन्होंने स्टार्क (41) के साथ सातवें विकेट के लिए 120 गेंदों पर 93 रन की साझेदारी की। लंच के एक घंटे बाद कप्तान पैट कमिंस ने पारी समाप्ति की घोषणा कर दी।
चौथे दिन पहले सत्र में ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के समय भारतीय गेंदबाजों ने 26 ओवर फेंके, जिसमें 78 रन बनाने के लिए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। एलेक्स कैरी ने पहले सत्र में 61 गेंदों पर 41 रन बना थे। उस समय स्टार्क 11 रन पर खेल रहे थे।
पिच से मिल रही थी मदद
चौथे दिन सुबह पहले तीन दिन के मुकाबले ज्यादा गर्मी थी। ऐसे में तेज गेंदबाजों और स्पिनरों को पिच से काफी मदद मिल रही थी। दिन के तीसरे ओवर में मार्नस लाबुशेन (41) उमेश यादव की गेंद पर आउट हो गए। उमेश और शमी ने पुरानी हो चुकी गेंद से रिवर्स स्विंग कराने का प्रयास किया। लगातार अच्छी गेंदबाजी कर रहे मोहम्मद सिराज की एक गेंद कैमरन ग्रीन की कंधे पर भी लगी। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने आठ ओवर के बाद बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा को गेंद थमाई। उन्होंने गेंद को ज्यादा से ज्यादा टर्न कराने की कोशिश की और कैमरन ग्रीन (25) को बोल्ड कर दिया। वहीं, स्टार्क को शमी ने कोहली के हाथों कैच कराया।
रहाणे फील्डिंग के लिए नहीं उतरे थे
अजिंक्य रहाणे जिनकी तीसरे दिन बल्लेबाजी करते वक्त अंगुली में चोट लग गई थी। वह चौथे दिन एहतियात के तौर पर फील्डिंग पर नहीं उतरे थे। रहाणे के 89 और शार्दुल ठाकुर के साथ उनकी 109 रन की साझेदारी ने भारत को फॉलोऑन टालने में मदद की थी। ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में भारत के लिए रविंद्र जडेजा ने 58 रन देकर तीन, मोहम्मद शमी ने 39 रन देकर दो, उमेश यादव ने 54 रन देकर दो विकेट लिए। अब भारत के सामने रविवार को 90 ओवर में 280 रन बनाने की चुनौती है।