सारंगढ-बिलाईगढ़। जिले के गोमर्डा अभयारण्य के अंतर्गत आने वाले देवसर गांव में 4 दिन पुरानी अधजली लाश मिलने और टिमरलगा के पास लात नाले में बच्ची का शव मिलने के मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने लिव इन पार्टनर और उसके 2 साथियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बुधवार को पूरे मामले का खुलासा किया। मामला सिटी कोतवाली क्षेत्र का है।
जानकारी के अनुसार, 11 मई को सारंगढ़ के गोमर्डा अभयारण्य के देवसर गांव में एक महिला की अधजली लाश मिली थी। उसी दिन टिमरलगा के पास लात नाले में एक बच्ची का शव भी मिला था, जिसने पुलिस के होश उड़ा दिए थे। महिला की अधजली लाश और बच्ची का शव मिलने से पुलिस पर आरोपियों को तत्काल ढूंढने का काफी दबाव था, क्योंकि सुरक्षा-व्यवस्था पर सवाल उठ खड़े हुए थे।
महिला का शव बुरी तरह से जला हुआ था, जिसके कारण उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी। पुलिस दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाकर जांच में जुट गई थी। दोनों लाशों की तस्वीरों को पुलिस ने विभिन्न थाना क्षेत्रों में भेज दिया था, साथ ही मुखबिरों का जाल भी बिछा दिया था। पुलिस इस बारे में भी पता करने की कोशिश कर रही थी कि किसी थाने में महिला और बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है या नहीं।
इसी बीच बच्ची की फोटो के आधार पर 15 मई को उसकी शिनाख्त हो गई। जिसके बाद सारंगढ़ पुलिस सीसीटीवी और मोबाइल सर्विलांस से आरोपियों तक पहुंची है। पुलिस ने इस मामले में जुड़े 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि आखिर क्यों आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया, लेकिन किसी भी आरोपी का नाम नहीं बताया गया है। इसकी वजह अब तक पता नहीं चल सकी है।
बच्ची की लाश नाले से बरामद हुई थी।
शादी के लिए दबाव बना रही थी इसलिए मारा
सारंगढ़ पुलिस ने बताया कि बच्ची के शव की फोटो के साथ महिला के शव की बात आसपास के थानों और लोगों से साझा की गई थी। 15 मई को पुलिस ने सारंगढ़ बाबाकुटी के लोगों को मृत बच्ची की फोटो दिखाई, जहां से इस हत्याकांड से जुड़े अहम सुराग जांच टीम को हाथ लगे। पुलिस ने मुख्य आरोपी और उसके 2 साथियों को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
आरोपी ने बताया कि मृतका सीमा सिदार के साथ उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहते थे, जिससे उन्हें एक बच्ची हुई थी। दोनों किराए का घर लेकर रह रहे थे। दोनों के बीच 5-6 सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था, लेकिन वो दूसरी जाति की थी, जिसके कारण घरवाले शादी के लिए नहीं मान रहे थे। इधर महिला बार-बार शादी के लिए दबाव बना रही थी। प्रेमिका और बच्ची से छुटकारा पाने के लिए हत्या की साजिश रची, जिसनमें अपने 2 साथियों को भी शामिल किया।
आरोपियों ने हत्या की इस जघन्य वारदात को अंजाम देने के लिए महिला व बच्ची को रायगढ़ से ग्राम हरदी हवाई पट्टी लेकर आए। यहां प्रेमिका और बेटी की गला घोंटकर हत्या करने के बाद साक्ष्य छिपाने के लिए महिला के शव को गोमर्डा के देवसर के जंगल में ले जाकर पेट्रोल डालकर जला दिया।
उसके बाद बच्ची को आरोपियों ने लात नाले में फेंक दिया था। जिसके बाद 11 मई को दो अलग-अलग जगहों से महिला और बच्ची का शव बरामद हुआ था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 120 बी, 34 के तहत केस दर्ज किया है। तीनों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।