इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। ताजा घटनाक्रम के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री के लाहौर स्थित जमान पार्क आवास को पुलिस ने घेर लिया है। साथ ही पंजाब की अंतरिम सरकार ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को आवास में छिपे 40 आतंकवादियों को पुलिस को सौंप दे। पुलिस का दावा है कि इमरान खान के घर में आतंकियों के छिपे होने का इनपुट मिला था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कार्यवाहक सूचना मंत्री आमिर मीर ने लाहौर में कहा कि पीटीआई को इन आतंकवादियों को सौंप देना चाहिए। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो कानून अपना काम करेगा। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को इन आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में जानकारी थी। सरकार को इसे लेकर कई विश्वसनीय खुफिया रिपोर्ट्स मिली थी। उन्होंने कहा कि ये रिपोर्ट बहुत ही खतरनाक है। खुलासा करते हुए आमिर मीर ने कहा कि एजेंसियां जियो-फेंसिंग के जरिए इमरान खान के आवास में आतंकवादियों की मौजूदगी की पुष्टि की थी।
इस दौरान उन्होंने इमरान खान पर आरोप लगाते हुए कहा कि पीटीआई प्रमुख एक साल से अधिक समय से सेना को निशाना बना रहे हैं। पीटीआई के शीर्ष नेतृत्व ने इमरान खान की गिरफ्तारी से पहले हमले की योजना बनाई थी। इसका भी हमें पता चला है। इमरान की गिरफ्तारी के बाद नौ मई को लाहौर में सैन्य प्रतिष्ठानों पर किए गए हमले एक निर्धारित योजना के तहत किए गए थे।
पंजाब पुलिस को फ्रीहैंड- आमिर मीर
इस दौरान उन्होंने मौजूदा सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने नौ मई को हुए हमलों और हिंसक प्रदर्शनों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। साथ ही अंतरिम मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने आगजनी करने वालों से निपटने के लिए पंजाब पुलिस को फ्रीहैंड दिया है। उन्होंने कहा कि कोर कमांडर हाउस पर हमले के दौरान आगजनी करने वाले जमान पार्क के अंदर लोगों के संपर्क में थे। हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाएगी जो आने वाले भविष्य के लिए मिसाल बन सके। अंतरिम सूचना मंत्री ने आगे कहा कि सरकार ने फैसला किया है कि सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने वालों पर सैन्य अदालतों में मुकदमा चलाया जाएगा।